पटना: नमामि गंगे प्रोजेक्ट को लेकर भारत सरकार देशभर में कई संगठनों के माध्यम से गंगा की सफाई का काम कर रही है. इसी कड़ी में बुधवार को पटना में राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन का तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन और नेहरू युवा केंद्र संगठन के बीच प्रोजेक्ट को लेकर एमओयू पर हस्ताक्षर भी हुआ.
इस कार्यशाला के माध्यम से गंगा को निर्मल और अविरल बनाने को लेकर चर्चा की गई. कार्यशाला के माध्यम से लोगों के बीच सहमति बनी कि गंगा की सफाई में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होगी. खासकर वह लोग जो गंगा किनारे रहते हैं और प्रत्यक्ष रूप से गंगा से जुड़े रहते हैं, उनके सहयोग के बिना कोई भी कार्य सफल नहीं हो सकता है.
राज्य में चुने जाएंगे गंगा दूत
जानकारी के मुताबिक परियोजना के अंतर्गत बिहार में गंगा दूतों का चयन होना है. गंगा दूत गांव-गांव जाकर लोगों को गंगा की सफाई से जुड़ी हर जानकारी उपलब्ध कराएंगे. कार्यशाला में पहुंची राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन एवं पर्यावरण विशेषज्ञ प्रियंका झा ने बताया कि इस प्रोजेक्ट में अधिक से अधिक युवाओं को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है ताकि युवा गांव-गांव में जाकर लोगों के बीच जागरुकता फैलाएं.
पर्यावरण विशेषज्ञ प्रियंका झा ने दी जानकारी ये भी पढ़ें:स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने दिया भरोसा- डरें नहीं, अस्पतालों में है पुख्ता इंतजाम
आयोजित किए जाएंगे कई कार्यक्रम
बता दें कि लोगों में जागरुकता के लिए राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन की ओर से गांव-गांव में गंगा चौपाल, गंगा शपथ ग्रहण, वृक्षारोपण, खेल प्रतियोगिता का भी आयोजन करेगा ताकि लोग जागरूक हो. बहरहाल, भारत सरकार नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत गंगा को निर्मल और अविरल बनाने को लेकर इन दिनों काफी सक्रिय दिख रही है.