पटना: देशभर में नए साल का जश्न मनाया जा रहा है. इस मौके पर गुलजार रहने वाला पटना का 10 सर्कुलर रोड स्थित लालू-राबड़ी आवास पर इस बार सन्नाटा पसरा है. हर साल की तरह इस बार भी दूर-दराज से कार्यकर्ता यहां पहुंच रहे हैं, लेकिन यहां पहुंचकर उन्हें निराशा ही मिल रही है. क्योंकि इस बार उनसे मिलने के लिए आवास पर कोई नहीं है.
'नहीं हो सकी मुलाकात'
राजद कार्यकर्ता मंजू सिंह ने कहा कि मैं प्रत्येक साल 1 जनवरी को यहां आती हूं. लालू प्रसाद होते थे तो अलग ही माहौल होता था. बाहर तक लोग भरे होते थे. उनके बाद राबड़ी और तेजस्वी से मिलने आते थे. ये पहली बार है जब उनसे हमारी मुलाकात नहीं हो सकी. उन्होंने बताया कि सुनने में आ रहा है कि ये लोग दिल्ली गए हुए हैं.
नए साल पर लालू-राबड़ी आवास का दरवाजा बंद रहा 'हमारे लिए भगवान हैं लालू'
हाजीपुर के लालगंज विधानसभा क्षेत्र से आए एक कार्यकर्ता ने कहा कि लालू यादव होते थे तो यहां भारी भीड़ जुटती थी. बिहार के कोने-कोने से गरीब उनसे मिलने आते थे. आवाज का दरवाजा खुला रहता था. तेजस्वी यादव को अचानक कोई काम आ जाने के कारण कहीं चले गए हैं. लेकिन हमें कोई शिकायत नहीं है. उन्होंने कहा कि ये दरबार हमारे लिए मंदिर है और लालू प्रसाद को हम भगवान मानते हैं. अपने हाथ में गुलाब का फूल दिखाते हुए उन्होंने कहा कि इसे दरवाजे पर रखकर प्रणाम करके चले जाएंगे.
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'नए साल में बनेगी सरकार'
वहीं, लखीसराय से आए आरजेडी कार्यकर्ता प्रदीप कुमार ने कहा कि हमें पूरी उम्मीद है कि नए साल में आरजेडी की सरकार बनेगी और तेजस्वी यादव बिहार के मुख्यमंत्री होंगे. बता दें कि राज्य में 2020 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इसके लिए सभी पार्टियां अपने-अपने तरीके से तैयारी में जुट गई है.