जमुई :केंद्र और राज्य सरकार की पहल के बाद केरल में फंसे मजदूर ट्रेन के जरिए दानापुर पहुंचे. जहां से उन्हें जमुई जिला प्रशासन द्वारा बस के माध्यम से शहर के आपदा राहत केंद्र लाया गया. मंगलवार की दोपहर बाद मजदूरों को वहां से संबंधित प्रखंड के क्वॉरेंटाइन सेंटर भेजा गया. आपदा राहत केंद्र में लगभग 20 घंटे प्रवास के दौरान मजदूरों को कई तरह की परेशानियों से सामना करना पड़ा.
केरला से टिकट कटाकर जमुई पहुंचे मजदूर
मजदूरों ने बताया कि 104 मजदूर ऐसे थे, जिसके पास 5 रुपये खाने के लिए भी रुपए नही थे. उन लोगों से भी कर्मचारियों द्वारा टिकट कटाया गया. उसके बाद ट्रेन से उन्हें दानापुर लाया गया.
केरल से आने में हुई परेशानी - मजदूर
आपदा केंद्र जमुई पहुंचे मजदूरों ने बताया कि उन्हें केरला से जमुई आने में कई तरह की परेशानी तो हुई ही. वहीं राज्य सरकार चाहे केंद्र सरकार लाख दावे कर रही हो कि दूसरे राज्य में फंसे प्रवासी मजदूरों को लाने के लिए राज्य सरकार और केंद्र सरकार संयुक्त रूप से सभी मजदूरों को अपने खर्च पर उनके घरों तक पहुंचा रहा है. साथ ही उन्हें खाने-पीने की सामग्री भी मुहैया करा रहा है.
जिला प्रशासन को मजदूरों ने धन्यवाद ज्ञापन किया
लेकिन मजदूरों ने जो बताया कि यहां तक पहुंचाने के लिए उन्हें आम नागरिक की तरह केरला के रेलवे स्टेशन पर उनसे 910 का टिकट कटाया गया. वहीं, मजदूरों ने बताया कि 104 मजदूर ऐसे थे, जिसके पास 5 रुपये खाने के लिए भी रुपए नही थे. उन लोगों से भी कर्मचारियों द्वारा टिकट कटाया गया. उसके बाद ट्रेन से उन्हें दानापुर लाया गया, जहां से जमुई जिला प्रशासन के द्वारा एक बस भेजी गई थी. जो दानापुर से जमुई पॉलिटेक्निक कॉलेज लाया, जहां उन लोगों से बस का किराया नहीं लिया गया. वहीं उन्होंने जिला प्रशासन को इस बात को लेकर धन्यवाद ज्ञापन किया.