बिहार

bihar

ETV Bharat / state

'क्या करें...कोरोना से बाद में भूख से पहले मर जाएंगे, बाहर कमाने जाना इस वक्त मजबूरी है' - PATNA LOCAL NEWS

बिहार में सीएम नीतीश कुमार से लेकर उनके मंत्री तक यह कहते रहे हैं कि बाहर से लौटने वाले प्रवासियों को उनके जिलों में ही काम दिया जाएगा. पटना एयरपोर्ट से दूसरे राज्यों में कमाने जा रहे लोगों का कहना है कि सरकार सिर्फ दावा करती है. कोरोना काल में परिवार का पेट भरने के लिए बाहर जाना मजबूरी है.

PATNA
मजदूरों का बिहार से पलायन जारी

By

Published : May 1, 2021, 3:59 PM IST

पटना: कोरोना महामारी के कारण लागू लॉकडाउनकी वजह से दूसरे राज्यों में रहने वाले मजदूर काम बंद होने पर वापस घर लौट गए थे. वहीं, ज्यादातर मजदूर राज्य में काम नहीं मिलने के कारण अब फिर सेपलायन करने को मजबूरहैं. इन मजदूरों का कहना है कि पेट की आग शांत करने के लिए कोरोना के डर में भी दूसरे राज्य कमाने के लिए जाना पड़ रहा है.

ये भी पढ़ें...आपदा में भी काली कमाई: लॉकडाउन के डर से पलायन करने वालों से प्राइवेट बस चालक ले रहे 5 गुना किराया

बता दें कि दूसरे राज्यों में जाने वाले मजदूरों की पटना एयरपोर्ट पर भीड़ लगी हुई है. ये मजदूर प्रदेश में काम नहीं मिलने के कारण वापस काम पर जा रहे हैं. पटना एयरपोर्ट पर अभी भी लगातार हवाई जहाज का परिचालन किया जा रहा है.

काम की तलाश में मजदूरों का बिहार से पलायन जारी

ये भी पढ़ें...मुंबई से प्रवासी मजदूरों को लेकर आज पटना आएगी स्पेशल ट्रेन

रोजगार नहीं मिलने पर मजदूरों का पलायन
दरभंगा से काम करने चेन्नई जा रहे जितेंद्र कुमार ने बताया कि क्या करेंगे बिहार में रहकर. यहां रोजगार नहीं है. परिवार कैसे चलेगा. इसलिए काम करने चेन्नई जा रहे हैं. वहीं, दरभंगा के रहने वाले राम सुंदर ने बताया कि मजबूरी है काम करना ही हैं और अपने यहां कुछ है नहीं. इसीलिए बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन में मजदूर का काम करने तमिलनाडु जा रहा हूं.

काम के लिए पलायन करते मजदूर

पेट की आग के आगे लोग मजबूर
कोरोना संक्रमण का दौर है. फिर भी पेट की आग के आगे लोग मजबूर है और बेपरवाह अपने काम पर लौट रहे हैं. लोगों का साफ साफ कहना है कि हमें पहले अपने परिवार का भरण पोषण देखना है. पेट के आगे हम मजबूर हैं. यही कारण है कि हम मजदूरी कमाने बाहर जा रहे हैं. बिहार में रोजगार की कमी और मजदूरों का पलायन सरकारी दावे को खोखला बता रहे हैं.

काम के लिए पलायन करते मजदूर

ABOUT THE AUTHOR

...view details