पटना(बाढ़):नेपाल और उत्तर बिहार में हो रही भारी बारिश की वजह से गंगा, गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती और कोसी नदियां लाल निशान के आस-पास बह रही हैं. कई जिलों में बांध टूट गये हैं तो कई जिलों की सड़कें टूट गयी हैं. कई जिलों के सड़क सम्पर्क और रेल मार्ग भंग हो गये हैं और कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है. वहीं, बाढ़ की वजह से मोकामा प्रखंड के मरांची गंगा घाट पर एक मजदूर की गंगा नदी में डूबने से मौत हो गई.
बाढ़: गंगा नदी में डूबने से मजदूर की मौत, मुआवजे की मांग को लेकर हंगामा
बिहार में बाढ़ की वजह से चारों तरफ तबाही मची हुई है. वहीं, मंगलवार को गंगा घाट पर काम कर एक मजदूर की नदी में डूबने से मौत हो गई. मजदूर की मौत के बाद घटों हंगामा हुआ.
नदी में डूबने से हुई मौत
घटना से गुस्साए मजदूरों और ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रखकर सड़क को जाम कर दिया. इसके बाद मजदूरों ने मुआवजे की मांग को लेकर घटों हंगामा किया. इसके साथ ही सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री गंगा उद्वह प्रोजेक्ट में कार्यरत एक मजदूर नीतीश कुमार की गंगा नदी में डूब कर मौत हो गयी. इस हादसे के बाद शव की तलाश कर मजदूरों ने निर्माण कंपनी का वर्क ठप कर मुआवजा और नौकरी की मांग को लेकर घटों बवाल काटा.
ग्रामीणों ने किया हंगामा
आक्रोशित ग्रामीणों ने मजदूर की मौत को लेकर कंपनी के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया. ग्रामीणों ने काफी देर तक हंगामा किया. इस दौरान सड़क पर आवागमन में काफी परेशानी हुई. वहीं, घटना की सूचना पर स्थानीय जनप्रतिनिधी मौके पर पहुंचकर मजदूरों के साथ मुआवजा को लेकर वार्ता कर रहे है.