पटना: बिहार पुलिस फोर्स में महिलाओं की लगातार बढ़ती संख्या (Number of women increased in Bihar Police Force) को देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने निर्णय लिया है कि रैंक के हिसाब से बिहार पुलिस में तैनात सिपाही से लेकर दारोगा रैंक की महिलाओं को पदस्थापित किया जाएगा. पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवारके मुताबिक फिलहाल वर्तमान में बिहार के 4% थानों में महिला थाना अध्यक्ष हैं. बिहार के सभी जिलों में महिला थाना (Bihar police stations ) में महिला थाना अध्यक्ष भी हैं. इसके साथ सभी जिले के थानों में महिला हेल्प डेस्क भी शुरुआत की जा रही है.
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एडीजी ने कहा कि, सभी थानों में महिला पुलिसकर्मी (Women police personnel In bihar) की तैनाती की जाएगी ताकि थानों में शिकायत लेकर आने वाली महिलाओं को किसी भी तरह समस्या ना हो सके. थाना भवन में महिला पुलिस पुलिसकर्मियों के सुख सुविधा के लिए शौचालय से लेकर सभी व्यवस्था अलग से की जाएगी. हालांकि विगत दिनों में महिला सिपाही की आंकड़े तो जरूर बढ़े हैं लेकिन महिला दारोगा की संख्या में अभी भी कमी है. वर्तमान में इसे जल्द ही भरा जाएगा.
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आपको बता दें कि राज्य में कुल 1067 थाने हैं. अगर ओपी और थानों की कुल संख्या की बात करें तो यह करीब 1300 हैं. जिसमें महिला दारोगा और थानेदार की तैनाती (bihar police lady staff) की पहल राज्य सरकार के निर्देश के बाद तेज कर दी गई है. लेकिन तमाम कोशिशों के बाद भी प्रत्येक थाना एवं ओपी में कम से कम एक महिला दारोगा या थानेदार को तैनात में मुश्किलें उत्पन्न हो रही है. हालांकि बिहार पुलिस में सिपाही स्तर की महिला पुलिसकर्मियों में बढ़ोतरी जरूर हुई है. लेकिन दारोगा स्तर में महिलाओं की अभी भी कमी है.
पुलिस मुख्यालय का कहना है कि, आगामी 3 से 4 वर्षों में इसकी कमी भी पूरी कर दी जाएगी. मौजूदा वक्त में करीबन 23,000 महिला पुलिसकर्मी बिहार पुलिस में हैं. राज्य सरकार की अनुशंसा के बाद पुलिस मुख्यालय बिहार के सभी थानों में महिला हेल्प डेस्क बनाने जा रही है. इसका मुख्य मकसद है कि थानों में आने वाली महिलाएं अपनी शिकायत पुरुष पुलिसकर्मी के समक्ष रखने में असहज महसूस करती हैं जिस वजह से महिला डेस्क पर महिला पुलिसकर्मी रहेंगी. इससे महिला शिकायतकर्ता महिला पुलिसकर्मी के समक्ष अपनी बातों को सहज तरीके से रख सकती हैं.