पटना: 7 सालों के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार निर्भया के गुनाहगारों को फांसी की सजा मिल गई है. इस सजा से पूरे देश में खुशी की लहर दौड़ गई. राजधानी पटना की महिलाएं और युवतियां भी निर्भया के दोषियों को फांसी दिए जाने से काफी खुश नजर आ रही हैं.
महिलाओं ने फैसले का किया स्वागत
ईटीवी भारत से बात करते हुए महिलाओं ने बताया कि सरकार और कोर्ट के इस कदम से अब देश की महिलाओं का आत्मविश्वास और मजबूत हुआ है. अब सरकार और कोर्ट हर कदम पर देश की बेटियों के साथ है. वहीं, कुछ महिलाएं 7 सालों के इंतजार से आक्रोशित दिखी. हालांकि, उन्होंने ये जरूर कहा कि भले ही देर हुई पर आखिरकार दोषियों का सही हश्र हुआ.
अपराध करने से पहले सोचेंगे अपराधी
पटना की छात्राएं कहती हैं कि कहीं न कहीं कोर्ट के इस फैसले से अब कोई भी दुष्कर्मी इस तरह के कार्य करने से पहले 100 बार सोचेंगे. महिलाएं निर्भया के दोषियों को दिए गए फांसी की सजा पर कहती हैं कि अपराधियों के सामने ये एक उदाहरण होगा. इस दिन को याद कर दरिंदे सहम जाएंगे और कहीं न कहीं इस फैसले से माता-पिता भी अपने बच्चों पर लगाम लगा पाएंगे.
दे दी गई फांसी
बता दें कि 2012 के निर्भया दुष्कर्म कांड के चारों दोषियों मुकेश, विनय, पवन और अक्षय को आज अहले सुबह 5 बजकर 30 मिनट पर फांसी दे दी गई. निर्भया की मां आशा देवी ने इस दिन को निर्भया दिवस के रूप में मनाने की बात कही.