पटना:एक तरफ जहां दुनिया के वैज्ञानिक कोरोना वायरस को मात देने के लिए दवा की खोज करने में लगे हैं. वहीं दूसरी ओर पटना में करोना को लेकर अंधविश्वास का दौर भी चल पड़ा है. राजधानी के बिहटा प्रखंड में कुछ महिलाओं की झुंड धरती को खोद कर 'कोरोना माई' की पूजा करने में लगी हैं.
कोविड-19 पर फैला अंधविश्वास, वायरस भगाने के लिए महिलाओं ने की पूजा
बिहटा प्रखंड में कुछ महिला 'कोरोना माई' की पूजा करने में लगी है. वहीं, प्रखंड विकास अधिकारी विभेष आनंद ने बताया कुछ महिला अंधविश्वास के कारण 'कोरोना माई' की पूजा कर कर रही है, जो कि बिल्कुल गलत है.
सबिता देवी और अन्य महिला ने बताया कि कोरोना भगाने को लेकर 'कोरोना माई' की पूजा की जा रही है. उन्होंने कहा कि 'कोरोना माई' की पूजा केवल शुक्रवार को करनी होती है. महिलाओं का कहना है कि छोटा गड्ढा बना कर पूजा के लिए लड्डू, फूल, मीठा चढ़ाने से करोना महामारी खत्म हो जाएगी.
'अंधविश्वास में नहीं पड़ना चाहिए'
प्रखंड विकास अधिकारी विभेष आनंद ने बताया कि 'कोरोना माई' को लेकर जो भी पूजा की जा रही है. वह बिल्कुल गलत है. किसी भी महिला या पुरुष को अंधविश्वास में नहीं पड़ना चाहिए, क्योंकि कोरोना एक वायरस है. उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर सतर्कता बरतने की सलाह दी जा रही है. स्वास्थ्य विभाग के निर्देश का पालन करके ही कोरोना से बचा जा सकता है.