पटना: स्टार प्रचारकों की लिस्ट से तेज प्रताप यादव ( Tej Pratap Yadav ) का नाम बाहर क्या हुआ, इस बात की चर्चा जोरों पर है कि अब जब राजद ( RJD ) के लिए इजाजत नहीं मिली तो क्या कांग्रेस के लिए चुनाव प्रचार करेंगे तेज प्रताप यादव. इस बात की चर्चा इसलिए ज्यादा है क्योंकि कुछ दिन पहले कांग्रेस नेता अशोक राम ( Congress Leader Ashok Ram ) ने तेज प्रताप यादव से मुलाकात की थी. शिवानंद तिवारी के बयान से भी तेज प्रताप यादव को लेकर सरगर्मी तेज है.
सूत्रों के मुताबिक अशोक राम ने तेज प्रताप यादव को उनके बेटे के लिए कुशेश्वरस्थानमें चुनाव प्रचार करने को कहा है. इसकी बड़ी वजह कुशेश्वरस्थान का यादव बहुल इलाका है, जिस पर तेज प्रताप यादव की चुनावी सभा से प्रभाव पड़ सकता है.
बता दें कि कुशेश्वरस्थान में पिछली बार कांग्रेस प्रत्याशी अशोक राम को जदयू के शशिभूषण हजारी ने करीब 6500 मतों से हराया था. इस बार कांग्रेस ने अशोक राम के बेटे को कुशेश्वरस्थान से उम्मीदवार बनाया है. राजद और कांग्रेस के अलावा चिराग पासवान की पार्टी ने भी यहां से अपना उम्मीदवार उतारा है.
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कांग्रेस अपनी ओर से कोई कसर इस बार नहीं छोड़ना चाहती. इसी वजह से राजद से नाराज चल रहे तेज प्रताप यादव से कांग्रेस ने संपर्क किया है. इस बारे में कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्र ने कहा कि इस बार उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी अतिरेक कुमार सबसे यंग और डायनामिक हैं और उनके जीत की संभावना भी सबसे ज्यादा है.
उन्होंने कहा कि हमने सब से अपील की है कि वह कांग्रेस प्रत्याशी का समर्थन करें. हालांकि तेज प्रताप को लेकर उन्होंने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया. उन्होंने सिर्फ इतना ही कहा कि हम सभी लोगों से अपील कर रहे हैं कि वह हमारे युवा और सबसे योग्य उम्मीदवार का समर्थन करें.
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इन सब के बीच जो जानकारी ईटीवी भारत को मिल रही है उसके मुताबिक तेज प्रताप यादव कांग्रेस के लिए चुनाव प्रचार करने नहीं जाएंगे. राष्ट्रीय जनता दल से तेज प्रताप यादव की नाराजगी जरूर है लेकिन फिलहाल तेज प्रताप यादव अपने संगठन छात्र जनशक्ति परिषद के विस्तार और उसकी विभिन्न गतिविधियों में लगे हुए हैं. इसके पीछे एक बड़ी वजह यह भी है कि इस बार 2 सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए लालू यादव भी चुनाव प्रचार करेंगे.
विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक, 20 अक्टूबर तक लालू यादव के पटना आने की संभावना है. हालांकि उनका पटना आना डॉक्टरों की सलाह पर निर्भर करता है. लालू यादव के पटना आने का इंतजार तेज प्रताप यादव भी कर रहे हैं. इस बात का जिक्र वे सार्वजनिक तौर पर भी कर चुके हैं. यह भी माना जा रहा है कि लालू यादव के आने के बाद राजद में चल रहा विवाद थम सकता है.
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इधर, तेज प्रताप यादव गुरुवार को दिनभर छात्र जनशक्ति परिषद की बैठक में व्यस्त रहे. तेज प्रताप ने अपने सरकारी आवास पर स्थित सभागार का नाम लालू सभागार रखा है, जिसमें वे लगातार छात्र जनशक्ति परिषद की बैठक कर रहे हैं.
उन्होंने बैठक के दौरान ही अपने कार्यकर्ताओं को लालू प्रसाद (LP) मूवमेंट चलाने और जेल भरने के लिए तैयार रहने को कहा है. 11 अक्टूबर को जेपी जयंती के मौके पर तेज प्रताप यादव जेपी गोलंबर से जेपी के आवास तक पैदल मार्च भी करने वाले हैं.
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जानकारी के मुताबिक 11 अक्टूबर को जेपी आवास में जेपी को श्रद्धांजलि देने के बाद तेज प्रताप यादव मीडिया से बात करेंगे और उसके बाद से सिवान के लिए रवाना हो जाएंगे, जहां वे शहाबुद्दीन के बेटे की शादी में शामिल होंगे.