पटना: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Elections) को लेकर बिहार में भी गहमागहमी दिखने लगी है. आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के दिल्ली में विपक्षी नेताओं से मुलाकात के बाद सियासत में और की गर्माहट आ गई है. मंगलवार को शरद यादव से मुलाकात के बाद लालू ने एक तरह से यह स्पष्ट कर दिया है कि वह यूपी चुनाव के बहाने भविष्य की तैयारी में लगे हैं और तमाम नेताओं को एकजुट कर रहे हैं.
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जेल से बाहर आने के बाद आरजेडी अध्यक्ष एक बार फिर एक्टिव हो गए हैं. विपक्षी नेताओं की एकजुटता की कवायद में उन्होंने सबसे पहले एनसीपी चीफ पहले शरद पवार से मुलाकात की. उसके बाद सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) और अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) से भी उनकी भेंट हुई है. अब शरद यादव से मुलाकात के बाद इस बात की चर्चा जोरों पर है कि यूपी चुनाव में आरजेडी और एनसीपी कहीं न कहीं 'साइकिल' की सवारी करने की तैयारी में हैं और इसमें 'हाथ' का साथ छूटता दिख रहा है.
इस बारे में राष्ट्रीय जनता दल के नेता कहते हैं यूपी चुनाव में अभी वक्त है, लेकिन इतना तय है कि बीजेपी को हराने के लिए सभी विपक्षी पार्टियां एकजुट हो रही हैं. प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि पश्चिम बंगाल चुनाव में भले ही कांग्रेस और वाम दल अलग-अलग लड़े, लेकिन नतीजा सबके सामने है. इसलिए यूपी चुनाव में भले ही कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल अलग-अलग लड़ें, हम सबका लक्ष्य एक ही है, और वह है यूपी में बीजेपी को हराना.
"हर चुनाव की परिस्थितियां अलग-अलग होती है. राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस मुख्य विपक्षी पार्टी है, लेकिन अलग-अलग राज्यों में हमारा गठबंधन अलग-अलग तरह से है. इसलिए यूपी चुनाव में परिस्थितियों को देखकर फैसला होगा"- मृत्युंजय तिवारी, प्रदेश प्रवक्ता, आरजेडी