बिहार में सबसे महंगा एलपीजी सिलेंडर क्यों ? पूछ रहा है बिहार पटना: केंद्र की सरकार ने गैस सिलेंडर की कीमतों में कमी की है. केंद्र के फैसले का बिहार में भी स्वागत हो रहा है. कमी के बावजूद बिहार वासियों को राहत नहीं महसूस हो रही है. आज भी बिहार में सबसे अधिक कीमत पर एलपीजी सिलेंडर खरीदा जा रहा है. आम लोगों की नजरें बिहार सरकार पर टिकी हैं. महंगाई ने आम लोगों का जीना मुहाल कर रखा है.
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सिलेंडर की कीमतें घटीं पर अब भी दाम हाई : बढ़ती महंगाई के दौर में केंद्र सरकार ने लोगों को राहत देने का फैसला लिया है. केंद्र सरकार ने गैस सिलेंडर की कीमतों में कमी करने का फैसला लिया, अब लोगों को घरेलू सिलेंडर ₹200 कम कीमत में मिल पाएगी. गैस सिलेंडर की कीमतों में कमी से लोग रहता तो महसूस कर रहे हैं, लेकिन बिहार के लोगों को देश में सबसे ऊंची कीमत पर सिलेंडर मिल रहा है. कीमतों में कमी से पहले लोगों को ₹1200 प्रति सिलेंडर चुकाने होते थे और अब ₹1000 प्रति सिलेंडर चुकाने होंगे.
बिहार में देशभर से महंगा गैस सिलेंडर: कीमतों में कमी से बिहार के लोग बहुत खुश नहीं हैं, ऐसा इसलिए है कि जो देश भर में सबसे ज्यादा है. ग्राफिक्स के जरिए नजर डालते हैं देश के अन्य हिस्सों में गैस सिलेंडर की कीमतों पर-
जानिए किस राज्य में कितना है LPG का रेट: उत्तर प्रदेश के लखनऊ में सिलेंडर की कीमत 1140 रुपए थी जो अब घटकर 940 रुपए हो गई है. जयपुर में कीमत ₹1106 थी जो घटकर ₹906 हो गई. झारखंड में सिलेंडर की कीमत 1160 रुपए 50 पैसे थे, जो घटकर 960 रुपए 50 पैसे हो गई. बेंगलुरु में सिलेंडर की कीमत 1105 रुपए थी जो घटकर 905 रुपए पहुंच गई. छत्तीसगढ़ में सिलेंडर की कीमत 1174 रुपए थे जो घटकर 974 पहुंच गई. भोपाल में सिलेंडर की कीमत 1108 रुपए थी जो घटकर 908 रुपए हो गई. अहमदाबाद में सिलेंडर की कीमत 1110 रुपए थी, जो घटकर 910 रुपए हो गई.
बिहार में एलपीजी सिलेंडर की कीमतें ज्यादा क्यों ?: दिल्ली में सिलेंडर की कीमत 1103 रुपए थी जो घटकर 903 रुपए पर पहुंच गई. पंजाब में सिलेंडर की कीमत 1130 रुपए थे जो घटकर 930 रुपए पर आ गई. केरल में सिलेंडर की कीमत 1112 रुपए थी जो घटकर 912 रुपए हो गई. बिहार में सिलेंडर की कीमत 1201 रुपए थी जो घटकर 1001 रुपए तक पहुंची है. गृहणी अर्पणा कहती हैं कि ''सरकार ने कीमतों में कमी जरूर की है, लेकिन ऐसा ना हो कि यह कमी अस्थाई हो. बाद में अधिक वृद्धि कर दी जाए. सरकार को अस्थाई रूप से फैसला लेना चाहिए. बिहार सरकार को भी आम लोगों को राहत देने के लिए कदम उठाने की जरूरत है.''
क्या सोचती हैं बिहार की महिलाएं : गृहणी स्वर्णालता बताती हैं कि सिलेंडर की कीमतों में कमी से वो खुश तो हैं लेकिन और कमी की उम्मीद लगाए बैठी हैं. स्वर्णालता का कहना है कि केंद्र सरकार ने ₹200 की कमी की है, बावजूद इसके बिहार में सिलेंडर सबसे ज्यादा महंगा है. बिहार सरकार को भी पहल करने की जरूरत है. एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रामनरेश सिन्हा का कहना है कि केंद्र सरकार का फैसला स्वागत योग्य है.
''केंद्र के फैसले से आम लोग जहां राहत महसूस कर रहे हैं वही डिस्ट्रीब्यूटर्स को एक लाख से लेकर 5 लाख तक का नुकसान हुआ है. बिहार में घरेलू गैस सिलेंडर इसलिए सबसे ज्यादा महंगी हैं क्योंकि बंदरगाह से बिहार सबसे अधिक दूरी पर है. हालांकि बिहार सरकार चाहे तो सब्सिडी अपने ओर से दे सकती है.''- रामनरेश सिन्हा, अध्यक्ष, एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन
क्या कहते हैं डिप्टी सीएम तेजस्वी: तेजस्वी यादव कम हुई कीमतों को चुनावी स्टंट मानते हैं. उनका कहना है कि 5000 रुपए लेकर 200 रुपए राहत दी जा रही है तो ये बेवकूफ बनाने वाली बात है. लेकिन अगर ऐसा ही है तो फिर बिहार में एलपीजी की कीमतें ज्यादा क्यों हैं. मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी बंदरगाह नहीं है, उसकी दूरी भी ज्यादा है. पब्लिक को सिर्फ राहत चाहिए. अगर केंद्र सरकार राहत दे रही है तो महंगाई पर हल्ला करने वाली राज्य सरकारों को भी थोड़ा मरहम लगाना चाहिए. हो सकता है प्रदेश की जनता उसी मरहम का इंतजार कर रही हो.