पटना:राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश प्रवक्ता अनवर हुसैन ने बिहार सरकार की मंशा पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा में जो कुछ हुआ वह अकल्पनीय था. आखिर सरकार को इस बात की इतनी जल्दी क्यों थी, कि विपक्ष को बिना भरोसे में लिए और बिना इस बिल पर बहस कराए सरकार इस बिल को पास कराना चाहती थी.
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''अगर विपक्ष को आशंकाएं हैं और आपत्ति है, तो सदन में इस पर एक सार्थक बहस जरूर होनी चाहिए थी. लेकिन, इससे ना सिर्फ मुख्यमंत्री बल्कि स्पीकर भी बचते दिखे. वो चाहते थे कि पहले बिल पास हो जाए और उसके बाद इस पर चर्चा हो''- अनवर हुसैन, प्रदेश प्रवक्ता, राजद
विपक्ष को किस बात को लेकर है आपत्ति?
- बिना वारंट के तलाशी और गिरफ्तारी का अधिकार.
- सशस्त्र पुलिस बल की कार्रवाई को कोर्ट में भी नहीं किया जा सकता है चैलेंज.
अनवर हुसैन, प्रदेश प्रवक्ता, राजद
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राजद का सरकार पर आरोप
राजद नेता ने विधानसभा में विपक्ष के हंगामे को लेकर कहा कि बाहर ऐसा दर्शाया जा रहा है कि जैसे सारी गलती विपक्ष की थी. हम तो शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन सरकार की ओर से ये साबित करने की कोशिश हो रही है कि हम ने हंगामा किया और सारी गलती हमारी थी.
पुलिस बिल दोनों सदनों से पास तेजस्वी ने सीएम नीतीश पर साधा निशाना
सत्र की समाप्ति पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर गंभीर आरोप लगाए. यहां तक कहा कि सुबह मुख्यमंत्री लोहिया की फोटो पर माल्यार्पण करते रहे और शाम में उन्होंने विधानसभा में विपक्ष के नेताओं के साथ ऐसा व्यवहार किया.
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सीएम नीतीश ने विपक्ष को ठहराया जिम्मेदार
वहीं, दूसरी तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूरे मामले के लिए विपक्ष को जिम्मेदार ठहराया और ये पूछा कि आखिर इस व्यवहार का मतलब क्या है. पूरे मामले पर नजर डालें तो बजट सत्र में पुलिस बिल को लेकर जिस तरह से बवाल मचा वह इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया और ये सवाल हमेशा कायम रहेगा कि आखिर गलती किसकी थी.