सारण: लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजों के लिए दिन नहीं, कुछ ही घंटे ही शेष बचे हैं. वहीं, बिहार का दूसरा चित्तौड़गढ़ यानी महाराजगंज लोकसभा सीट पर इस बार एनडीए और महागठबंधन के बीच सीधी लड़ाई है. यहां सबसे ज्यादा आबादी राजपूतों की है. एनडीए ने एक ओर जहां वर्तमान सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल पर दांव लगाया है. वहीं दूसरी ओर महागठबंधन ने महाराजगंज के पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह के बेटे रणधीर सिंह को मैदान में उतारा है.
महाराजगंज लोकसभा सीट पर छठे चरण के तहत 12 मई को शांतिपूर्ण ढंग से मतदान प्रक्रिया संपन्न हुई. चुनाव खत्म होते ही सभी उम्मीदवार साइलेंट मोड में चले गए थे. लेकिन मतगणना का समय नजदीक आते ही सभी अलर्ट मोड पर हैं. सभी के दिल की धड़कनें तेज हो गई हैं. नतीजों के परिणाम पर तो सभी अपनी जीत का दावा ठोक रहे हैं.
जनार्दन सिंह सिग्रीवाल और रणधीर सिंह किसकी चमकेगी किस्मत?
सारण की महाराजगंज लोकसभा सीट इस 2019 चुनाव का हॉट केक बनी हुई है. एक तरफ जहां इस सीट पर दोबारा काबिज होने की जंग सीग्रीवाल ने लड़ी है. तो दूसरी तरफ राजनीतिक विरासत को फिर से स्थापित करने की जद्दोजहद है. महागठबंधन ने प्रभुनाथ सिंह के बेटे रणधीर सिंह पर दांव खेला है. देखने वाली बात होगी कि जनता ने किसकी किस्मत के सितारे को अपनी उंगली में लगी स्याही से चमकाया है.
2014 चुनाव का जनादेश
बात 2014 लोकसभा चुनाव की करें, तो मोदी लहर में बीजेपी की टिकट से चुनावी मैदान में उतरे जनार्दन सिंह सीग्रीवाल ने जीत दर्ज की थी. उन्होंने प्रभुनाथ सिंह को 38,415 मतों से पराजित कर पहली बार महाराजगंज की सीट पर बीजेपी का झंडा लहराया था.
- 2014 के लोकसभा चुनाव में सिग्रीवाल को 3 लाख 20 हजार 753 वोट मिले थे.
- जबकि प्रभुनाथ सिंह को 2 लाख 82 हजार 338 वोट.
- वहीं, तीसरे नंबर पर एक और बाहुबली नेता जेडीयू के मनोरंजन सिंह उर्फ धूमल सिंह रहे, जिन्हें 1 लाख 49 हजार 483 वोट मिले.
विधानसभा सीटों का समीकरण
इस लोकसभा में विधानसभा की कुल 6 सीटें आती हैं. इसके अंतर्गत गोरियाकोठी, महाराजगंज, एकमा, मांझी, बनियापुर और तरैया विधानसभा सीटें हैं. 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में इन 6 सीटों में से 3 आरजेडी, 2 जेडीयू और 1 सीट पर कांग्रेस कब्जा किया था.