पटना:कोरोना महामारी से बचाव को लेकर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ-साथ हाथों को धोना और चेहरे पर मास्क जैसे सुझाव दिए गये हैं. इसके चलते लोग हैंड सैनिटाइजर और मास्क का प्रयोग कर रहे हैं. पहले तो बाजार में इन दोनों की कमी हो गई, फिर कालाबाजारी कर इनके दाम बढ़ गए. लिहाजा, केंद्र और राज्य सरकार ने इसको लेकर लेकर खास गाइडलाइन जारी की.
सरकार की जारी गाइडलाइन के बाद किफायती दरों में हैंड सैनिटाइजर और मास्क बाजार में मुहैया कराये गये. बावजूद इसके, मार्केट में ऐसे हैंड सैनिटाइजर मिलने शुरू हुए, जो कोरोना वायरस को नहीं मार सकते. इस बाबत ईटीवी भारत ने डॉक्टर की राय जानी.
इस सैनिटाइजर से दूर रहें-डॉ. मनोज कुमार
पटना के गोलंबर स्थित गार्डिनर हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि लोगों को बीच अवधारणा बन चुकी है कि वो सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें. जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए. मार्केट में ऐसे सैनिटाइजर हैं, जो कास्टमेटिक हैं. उससे भारत से कोरोना वायरस की मुक्ति नहीं मिल सकती. ऐसे सैनिटाइजर कोरोना वायरस को नहीं मार सकते.
- बाजार में 50 रुपये से लेकर 250 रुपये तक सैनिटाइजर मिल रहे हैं.
खरीदने से पहले देखें अल्कोहल की मात्रा
डॉक्टर ने सलाह देते हुए कहा कि जरूरी नहीं कि आप हर समय सैनिटाइजर का प्रयोग करें. घर पर रहें तो साबुन से 20 सेकेंड तक हाथ धुलें. यह ज्यादा प्रभावी है. वहीं, उन्होंने सैनिटाइजर के प्रयोग के लिए बताया कि जिस सैनिटाइजर में 70 प्रतिशत से ज्यादा अल्कोहल हो, उसे ही खरीदें और घर से बाहर ही इसका इस्तेमाल करें.