पटना:बिहार में मौसम इन दिनों तेजी से बदल रहा (Weather Update of Bihar) है. प्रदेश का तापमान सुबह के समय शुष्क बना रह रहा है, वहीं दोपहर होने पर गर्मी के कारण लोगों का सड़क पर निकलना मुश्किल हो रहा है. मंगलवार को राजधानी पटना का तापमान बीते छह साल में सबसे गर्म रहा. यहां का तापमान 43 डिग्री सेल्सियस रहा. इससे पहले वर्ष 2016 में राजधानी का तापमान 44.5 डिग्री रहा था.
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प्रदेश में बक्सर सबसे गर्म जिला: पिछले 24 घंटे के दौरान पटना के अधिकतम पारे में 0.6 डिग्री की बढ़ोतरी हुई है. जिसके चलते वर्ष 2019 का रिकॉर्ड टूट गया. तीन साल पहले अप्रैल 2019 को पटना का पारा 42.6 डिग्री रहा था. बता दें कि बीते बीते एक पखवारे से दक्षिण बिहार के अधिकतर जिलों में पछुआ हवा चलने के कारण वहां का हाल बेहाल है. वहीं मंगलवार को राजधानी पटना में लगातार चौथे दिन हीट वेव जारी रहा. बिहार में मंगलवार को सबसे अधिक तापमान बक्सर में 44.07 डिग्री दर्ज किया गया.
पांच दिनों का मौसम का पूर्वानुमान जारी: पटना मौसम विज्ञान केंद्र ने 26 अप्रैल से 30 अप्रैल तक के लिए मौसम का पूर्वानुमान जारी किया है. इसके मुताबिक बुधवार को दक्षिण बिहार समेत सारण, सिवान, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण और पश्चिम चंपारण में हीट वेव की संभावना है. वहीं गुरुवार को दक्षिण बिहार में हीट वेव की संभावना है. शुक्रवार को 29 अप्रैल को दक्षिण बिहार के 12 जिलों में हीट वेव की संभावना है. जबकि उत्तर बिहार के नेपाल से सटे सीमावर्ती 7 जिलों में हल्की बारिश और आकाशीय बिजली की संभावना है.
भीषण गर्मी को लेकर डीएम ने लिया फैसला: पटना डीएम डॉ चन्द्रशेखर सिंह ने भीषण गर्मी को देखते हुए आज से जिले के सभी विद्यालयों में सुबह 10:45 बजे के बाद सभी कक्षाओं के लिए शैक्षणिक गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाया है. उन्होंने यह आदेश दंड प्रक्रिया संहिता, 1973 की धारा 144 के तहत दिया है. जिले में अधिक तापमान और विशेष रूप से दोपहर के समय भीषण गर्मी के कारण बच्चों के स्वास्थ्य और जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना को देखते हुए यह आदेश दिया गया है.
आज से पौने ग्यारह तक खुलेंगे स्कूल: डीएम द्वारा लगाए गये ये प्रतिबंध प्री-स्कूल और आंगनबाड़ी केन्द्रों सहित जिले के सभी विद्यालयों पर लागू होगा. यह आदेश 27 अप्रैल, 2022 से लागू होगा. डीएम ने तदनुरूप विद्यालयों में शैक्षणिक गतिविधियों को पुन र्निर्धारित करने का आदेश दिया है. डीएम ने जिला शिक्षा पदाधिकारी और जिला प्रोग्राम पदाधिकारी, आईसीडीएस सहित सभी अनुमंडल दंडाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी और थानाध्यक्ष को उपर्युक्त आदेश का अनुपालन सुनिश्चित कराने का निदेश दिया है. डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि बच्चों का स्वास्थ्य उनकी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है. इसके लिए जिला प्रशासन प्रतिबद्ध है.
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