पटना: बिहार के कई हिस्सों में गुरुवार देर रात से मौसम का मिजाज बदल गया है. राजधानी पटना समेत सारण, भोजपुर, बक्सर, सीवान, वैशाली, गोपालगंज, सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, पश्चिमी व पूर्वी चंपारण सहित राज्य के 26 जिलों में मेघ गर्जन व तेज हवा के साथ झमाझम बारिश हुई है. मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि इन जिलों के कुछ स्थानों पर हवा की गति 15 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से थी. मौसम विभाग ने शुक्रवार (4 फरवरी) के दिन भी प्रदेश भर में बारिश का पूर्वानुमान जताया है.
बिहार के राजधानी पटना में रात के लगभग साढ़े नौ बजे से आकाशीय बिजली का कड़कना शुरू हुआ जो साढ़े दस बजे तक काफी तेज हो गया. पटना के अलावा राज्य के अन्य 26 जिलों में भी यही हाल रहा है. हालांकि, बारिश रात 10 से साढ़े दस बजे के बीच शुरू हो गई थी. बदलते मौसम को लेकर मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि इस मौसम में वे सतर्क और सावधान रहें. साथ ही मौसम विभाग ने बारिश के दौरान घरों से बाहर नहीं निकलने की अपील की है. यदि खुले में हैं तो यथाशीघ्र पक्के मकान में शरण लें और ऊंचे पेड़ और बिजली के खंभे से दूर रहेने सलाह दी गई है.
मौसम विज्ञान केंद्र पटना (Meteorological Center Patna) के मुताबिक, गुरुवार को हुए बारिश के बाद चार फरवरी (आज) को भी बारिश का सिस्टम पूरी तरह से एक्टिव रहेगा. ऐसे में मौसम विभाग ने पहले से ही राजधानी पटना, सिवान, वैशाली, सारण, पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज सहित 26 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी कर दिया था. मौसम विभाग के मुताबिक, निचले क्षोभमंडल स्तरों पर पश्चिमी हवा का प्रवाह सतह से 1.5 किलो मीटर ऊपर तक हो रहा है. बिहार समेत अन्य राज्यों में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव शुरू हो गया है. जिसके कारण प्रदेश के अलग-अलग जगहों पर बारिश शुरू हो गई है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (India Meteorological Department) के पुर्वानुमान के मुताबिक, 4 फरवरी को निचले क्षोभमंडल स्तरों पर पश्चिमी हवाओं और पुरवाई के बीच संगम के कारण बिहार और झारखंड समेत अन्य राज्यों में अलग-अलग जगह ओलावृष्टि के साथ मध्यम बारिश होने की संभावना है. बारिश के बाद मौसम के साफ होने की भी संभावना है. मौसम विज्ञान के मुताबिक, उत्तर पश्चिम और मध्य भारत के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव की संभावना नहीं है और उसके बाद धीरे-धीरे 4-6 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होगी, जो कनकनी वाली ठंड से राहत दिलाने में काफी सहायक होगी.