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3 से 5 सितंबर तक कई जिलों में झमाझम बारिश, मौसम विभाग का अलर्ट जारी - Weather warning Bihar

बिहार के विभिन्न स्थानों पर लगातार बारिश दर्ज की जा रही है. ऐसे में मौसम विभाग ने 3 से 5 सितंबर तक राज्य के कई जिलों में वज्रपात के साथ बारिश के लिए अलर्ट जारी किया है. साथ ही लोगों को सतर्क रहने की भी सलाह दी है. पढ़ें पूरी खबर...

मौसम अलर्ट
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Published : Sep 1, 2021, 7:07 PM IST

पटनाःबिहार में मॉनसून (Monsoon In Bihar) एक बार फिर सक्रिय हो गया है. बीते कई दिनों से प्रदेश के अधिकांश जिलों में बारिश दर्ज की जा रही है. मौसम विज्ञान केन्द्र (Metrological Centre) ने कई जिलों में तेज बारिश के साथ वज्रपात की संभावना जताई है. बता दें कि 3 से 5 सितंबर तक के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है.

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अलर्ट किए गए जिलों में राजधानी पटना के साथ ही समस्तीपुर, दरभंगा, मधुबनी, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर जिले के कुछ हिस्से, पूर्णिया, किशनगंज, कटिहार, सीतामढ़ी, शेखपुरा, लखीसराय आदि जिले शामिल हैं. यहां 3 से 5 सितंबर तक बारिश होने के आसार हैं. बताते चलें कि इनमें से कई जिलों में छिटपुट बारिश दर्ज भी किए जा रहे हैं.

मानसून की ट्रफ लाइन अभी ओडिशा के तटीय इलाकों से गुजर रही है. बंगाल की खाड़ी और उसके आसपास चक्रवाती परिसंचरण का क्षेत्र बना हुआ है. जिसके कारण बिहार के तीन जिलों यानी पश्चिम चंपारण, सुपौल और मधुबनी में अगले 24 घंटे के अंदर से ही तेज बारिश की संभावना जतायी जा रही है.

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गौरतलब है कि बारिश के कारण एक तरफ जहां मौसम सुहाना हो रहा है, वहीं दूसरी ओर बिहार के कइ इलाकों में बाढ़ के संकट भी गहराने लगा है. बिहार में कई जगह गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है.

उत्तर बिहार के तराई क्षेत्र में हुई भारी बाारिश के कारण मुजफ्फरपुर की कई नदियों में उफान है. बूढ़ी गंडक खतरे के निशान के बेहद करीब है. मधुबनी में भी कोसी व कमला नदी में उफान के कारण दर्जनों गांवों में बाढ़ का पानी घुस चुका है. लोगों का जनजीवन प्रभावित हुआ है.

यहां ध्यान दें कि मौसम विज्ञान विभाग ग्रीन, रेड, ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी करता है. ग्रीन अलर्ट में कोई खतरा नहीं होने का संदेश होता है. येलो अलर्ट आने वाले खतरे के प्रति सचेत करता है. येलो अलर्ट को मौसम विज्ञान विभाग जैसे-जैसे मौसम खराब होता है, ऑरेंज अलर्ट में परिवर्तित कर देता है.

ऑरेंज अलर्ट में बारिश व आंधी की पूरी संभावनाएं होती हैं. इस अलर्ट के बाद लोगों को सावधान होना चाहिए और इधर-उधर जाने पर सावधानी बरतनी चाहिए.

वहीं, रेड अलर्ट का मतलब है कि स्थिति अत्यंत खतरनाक है. मौसम विभाग के अनुसार ऐसे मौसम में इधर-उधर नहीं निकलना चाहिए. इस अलर्ट का अर्थ है, मौसम खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है. भारी बारिश होने की अधिक संभावना होती है.

मौसम विभाग ने इस दौरान लोगों से सावधानियां बरतने की अपील की है. बारिश के दौरान घरों से बाहर नहीं निकलने की अपील की है. वज्रपात के दौरान पक्के मकानों में शरण लेने की सलाह दी गई है.

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