पटना: बिहार में दक्षिण-पश्चिम मानसूनकी स्थिति सामान्य है. बिहार के कुछ भागों में हल्की से मध्यम वर्षा और एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना जताई जा रही है. हालांकि तापमान (Temperature In Bihar) में भी लगातार बढ़ोतरी जारी है. मौसम वैज्ञानिक आशीष कुमार ने बताया कि विगत 24 घंटों के दौरान राज्य के अधिकांश भागों में वर्षा दर्ज की गई है. राज्य में अधिकतम तापमान 37.7 डिग्री सेल्सियस शेखपुरा (Sheikhpura) में दर्ज किया गया है.
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इन जिलों में येलो अलर्ट जारी
बिहार के मनिहारी में 11 मिलीमीटर, गौनाहा में 9 मिलीमीटर, कटिहार और दरभंगा में 8 मिलीमीटर, सिरमढ़ी और बैरगनिया में 7 मिलीमीटर, महेशी, बहादुरगंज और बगहा में 5 मिलीमीटर, शेरघाटी में 4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. मौसम विभाग ने बिहार के 31 जिलों के लिए अगले 24 घंटों के दौरान येलो अलर्ट भी जारी किया है.
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इन जिलों में अलर्ट जारी
बिहार के पश्चिम चंपारण, सीवान, सारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, वैशाली, शिवहर, समस्तीपुर, सुपौल, अररिया, किशनगंज, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया, पटना, गया, नालंदा, शेखपुरा, नवादा, बेगूसराय, लखीसराय, कटिहार, भागलपुर, बांका, जमुई, मुंगेर और खगड़िया के लिए अलर्ट जारी किया गया है.
गरज के साथ वर्षा की संभावना
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार बिहार के इन जिलों के अधिकांश भागों में गरज के साथ वर्षा होने की संभावना है. वहीं, कुछ स्थानों पर मेघगर्जन और अकाशीय बिजली के साथ भारी वर्षा की संभावना है.
क्या होता है ऑरेंज अलर्ट
चक्रवात के कारण मौसम के अधिक बिगड़ने की आशंका होती है. जिसमें सड़क और वायु परिवहन को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ जान-माल की क्षति भी हो सकती है. ऐसे में ऑरेंज अलर्ट जारी किया जाता है. ऑरेंज अलर्ट में लोगों को घरों में रहने की सलाह दी जाती है.
ग्रीन अलर्ट- कोई खतरा नहीं
ग्रीन अलर्ट (Green Alert) का मतलब होता है कि बारिश तो होगी लेकिन वह सामान्य स्थिति रहेगी. अर्थात संबंधित जगह पर कोई खतरा नहीं है.
क्या होता है येलो अलर्ट
येलो अलर्ट (Yellow Alert) में हल्की से मध्यम बारिश की चेतावनी होती है. मौसम के अनुसार इस अलर्ट या चेतावनी का मतलब होता है कि हम हमारे इलाके या रूटीन को लेकर सचेत रहें और सावधानी बरतें. येलो अलर्ट जारी करने का मतलब वास्तव में लोगों को सतर्क करना होता है. इस अलर्ट के मुताबिक तुरंत कोई खतरा नहीं होता, लेकिन मौसम के हाल को देखते हुए अपनी जगह और गतिविधि को लेकर सावधान रहना चाहिए.
रेड अलर्ट एक्शन के लिए चेतावनी
रेड अलर्ट (Red Alert) में भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की जाती है. मौसम विभाग गंभीर स्थितियों में रेड अलर्ट जारी किया जाता है. इस तरह का अलर्ट कम ही होता है. रेड अलर्ट के मायने हैं कि अब जान-माल की सुरक्षा का समय आ चुका है. अक्सर इस अलर्ट के बाद खतरे के जोन में रहने वाले लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया जाता है और मौसम के मुताबिक सुरक्षा के इंतजाम किए जाते हैं.
बाढ़ या तूफान आने की संभावना
रेड अलर्ट अगर गर्मी के मौसम में जारी होता है तो आपको घर से बाहर नहीं निकलना है और जरूरी इंतजाम करने की सलाह दी जाती है. इसी तरह बारिश में अगर रेड अलर्ट जारी होता है तो इसका मतलब है कि परिस्थिति बिगड़ सकती है.