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पाटलिपुत्र कॉलोनी के लोगों का डर, यही हाल रहा तो मानसून में इलाका होगा जलमग्न

पटना के पॉश इलाके पाटलिपुत्र कॉलोनी के लोगों को जल जमाव के चलते काफी परेशानी हो रही है. यहां के लोग आने वाले बारिश के मौसम के चलते डर रहे हैं. लोगों का कहना है कि चक्रवाती तूफान यास के चलते हुई बारिश में यह हाल है तो आने वाले मानसून में इस इलाके का जलमग्न होना तय है.

water logging in patliputra colony
पाटलिपुत्र कॉलोनी में जल जमाव

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Published : May 29, 2021, 9:50 PM IST

पटना:राजधानी पटना का पॉश एरिया कहलाने वाले पाटलिपुत्र कॉलोनी में जल जमाव के चलते हजारों लोगों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. गौरतलब है कि दो दिन पूर्व भारी बारिश होने के चलते क्षेत्र में जल जमाव हो गया था. ड्रेनेज की सफाई नहीं होने के चलते पानी की निकासी नहीं हो सकी है. ईटीवी भारत ने यहां का जायजा लिया तो लोगों ने इसके लिए नगर निगम को जिम्मेदार बताया.

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लापरवाह हैं नगर निगम के अधिकारी
हाईकोर्ट के रिटायर्ड ज्वाइंट रजिस्ट्रार मतलूब आलम ने कहा "नगर निगम के अधिकारी की लापरवाही के चलते यहां हर साल बारिश के समय जल जमाव होता है. नगर निगम में यह इलाका कुछ वर्ष पहले ही आया है. तबसे लेकर अभी तक कुछ काम तो हुए हैं पर जल जमाव जो यहां की सबसे बड़ी समस्या है उस दिशा में कोई ठोस काम नहीं होता है. क्षेत्र के सभी नाले की स्थिति खराब है. इसकी पूरी सफाई नहीं कराई गई थी, जिसके चलते बारिश के पानी की निकासी नहीं हो सकी है."

देखें रिपोर्ट

इलाके के एक समाजसेवी उदय शंकर ने कहा "बारिश आने पर स्थिति काफी भयावह हो जाती है. हमलोग घरों में कैद हो गए हैं. मानसून के आने में कुछ ही दिन शेष रह गया है. इस बार भी बारिश में इस कॉलोनी का डूबना तय है. सड़कों पर गढ़े होने के चलते अनहोनी की आशंका बनी रहती है."

पाटलिपुत्र कॉलोनी में जल जमाव.

हर साल डूबता है यह इलाका
बताते चलें कि पाटलिपुत्र कॉलोनी कुछ साल पहले तक काफी खूबसूरत हुआ करती थी. कोऑपरेटिव सोसायटी द्वारा इसकी देख रेख होती थी. कुछ वर्ष पूर्व इसकी जिम्मेदारी पटना नगर निगम को मिली थी. हर साल बारिश के मौसम में यह कॉलोनी डूब जाती है. सैकड़ों घरों में पानी महीनों तक घुसा रहता है. इससे स्थानीय लोगों को करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ता है. इलाके में सतारूढ़ और विपक्षी पार्टियों के बड़े नेता, विधायक, सांसद, पुलिस के आलाधिकारी और हाईकोर्ट के जज तक रहते हैं. इसके बाद भी इस कॉलोनी की समस्या वर्षों से बनी हुई है.

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