पटना:राजधानी पटना (Patna) में महज कुछ घंटों की बारिश ने नगर निगम (Municipal Corporation) के दावों की पोल खोल कर रख दी है. पटना के निचले इलाकों में महज आधे घंटे की बारिश में पटना के निचले इलाके जलमग्न (Water Logging) हो गए हैं. हालात यह हैं कि इन इलाकों से अपनी गाड़ियों से गुजर रहे लोगों की गाड़ियां बंद पड़ जा रही है. वहीं, दूसरी ओर कई घरों में भी इस बारिश का पानी घुस गया है.
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पटना में बारिश के बाद जलजमाव ना हो इसको लेकर पटना नगर निगम लगातार दावे करता आ रहा है. पटना नगर निगम के दावे हर साल मानसून की बारिश में फेल होते नजर आते हैं. इसी कड़ी में रविवार को महज आधे घंटे की बारिश में राजधानी पटना के निचले इलाके पूरी तरह से जलमग्न हो गए. हालात यह है कि इन इलाकों में घुटने तक पानी भर गया है.
इन इलाकों में रहने वाले लोग कहते हैं कि लगातार सरकार और पटना नगर निगम जलजमाव से लोगों को निजात दिलाने के दावे करता है, वाटर लॉगिंग से निपटने के लिए सरकार ने करोड़ों खर्च तो जरूर कर दिए, लेकिन करोड़ों रुपए खर्च करने के बावजूद पिछले 10 सालों से स्थिति जस की तस बनी हुई है. राजधानी पटना के कंकड़बाग, लोहानीपुर, लालजी टोला, भट्टाचार्य रोड और बहादुरपुर इलाके महज मानसून की आधे घंटे की बारिश में पूरी तरह से जलमग्न नजर आ रहे हैं.