उत्तर बिहार की कई नदियों के जलस्तर में हो रही वृद्धि, जानें कहां कितना खतरा - बिहार में बारिश
मॉनसून के प्रभाव के कारण उत्तर बिहार की कई नदियों के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है. कोसी और बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि की संभावना है. गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे है. इस रिपोर्ट में जानें विभिन्न नदियों हाल...
water
By
Published : Jun 30, 2021, 12:30 AM IST
पटनाःबिहार में मॉनसून ( Monsoon In Bihar ) के सक्रिय होने के कारणलगातार बारिशहो रही है. इसका सीधा असर नदियों के जलस्तर ( Water Level Of Rivers ) पर पड़ा है. केंद्रीय जल आयोग(Central Water Commission) ने विभिन्न नदियों के विभिन्न घाटों पर जलस्तर( Water Level ) का डाटा जारी किया है.
खतरे के निशान से ऊपर बह रही गंडक केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, पुनपुन नदी का जलस्तर श्रीपालपुर में खतरे के निशान से 57 सेंटीमीटर नीचे है. इस के जलस्तर में 37 सेंटीमीटर की कमी होने की संभावना है. वहीं, गंडक नदी का जलस्तर डुमरिया घाट में खतरे के निशान से 09 सेंटीमीटर ऊपर है.
केन्द्रीय जल आयोग के द्वारा जारी अपडेट
बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर रोसड़ा में 40 सेंटीमीटर ऊपर है. इस के जलस्तर में 10 सेंटीमीटर वृद्धि होने की संभावना है. बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर समस्तीपुर में खतरे के निशान से 85 सेंटीमीटर नीचे है. वहीं, खगड़िया में खतरे के निशान से 86 सेंटीमीटर नीचे है. साथ ही अधवारा समूह की नदी का जलस्तर कमतौल में खतरे के निशान से 52 सेंटीमीटर नीचे है. इसके जलस्तर में 17 सेंटीमीटर की वृद्धि होने की संभावना है.
खतरे से 48 सेंटीमीटर नीचे कोसी कोसी नदी का जलस्तर बलतारा में खतरे के निशान से 48 सेंटीमीटर नीचे है. इसके जलस्तर में 08 सेंटीमीटर वृद्धि होने की संभावना है. कमला बलान नदी का जलस्तर जयनगर में खतरे के निशान से 46 सेंटीमीटर नीचे है. इसके जलस्तर में भी 08 सेंटीमीटर वृद्धि होने की संभावना है. वहीं, परमान नदी का जलस्तर अररिया में खतरे के निशान से 101 सेंटीमीटर नीचे है. इस के जलस्तर में 61 सेंटीमीटर की वृद्धि होने की संभावना है.
बताते चलें कि गंगा नदी का जलस्तर अभी सभी जगह खतरे के निशान से नीचे है. जलस्तर में लगातार कमी हो रही है. राजधानी पटना के प्रमुख गंगा घाटों की स्थिति कुछ इस प्रकार से है.