पटनाःबिहार में बाढ़ का कहर जारी है. राज्य के कई जिलों में नदियों के बढ़ते जलस्तर से बाढ़ आ गई है. मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, दरभंगा और सीतामढ़ी सहित 15 जिले बाढ़ की चपेट में हैं. गंगा, महानंदा, बूढ़ी गंडक, बागमती और कोसी सहित उत्तर बिहार की कई नदियां उफान पर हैं. ये नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं.
21 अगस्त को इस प्रकार रहा नदियों का जलस्तर
- गंगा नदी का जलस्तर साहेबगंज में खतरे के निशान से 106 सेंटीमीटर ऊपर है. कहलगांव में खतरे के निशान से 34 सेंटीमीटर ऊपर है. फरक्का में खतरे के निशान से 56 सेंटीमीटर ऊपर है.
- गंगा नदी का जलस्तर गांधी घाट में 10 सेंटीमीटर और हाथीदह में 27 सेंटीमीटर ऊपर है.
- घाघरा नदी का जलस्तर दरौली में खतरे के निशान से 56 सेंटीमीटर ऊपर है.
- गंडक नदी का जलस्तर डुमरिया घाट में खतरे के निशान से 60 सेंटीमीटर ऊपर है. रेवा घाट में खतरे के निशान से 53 सेंटीमीटर नीचे है.
- बूढ़ी गंडक का जलस्तर रोसड़ा में 146 सेंटीमीटर ऊपर है. वहीं, समस्तीपुर में खतरे के निशान से 17 सेंटीमीटर ऊपर है. सिकंदरपुर में 28 सेंटीमीटर नीचे है. खगड़िया में खतरे के निशान से 104 सेंटीमीटर ऊपर है.
- बागमती नदी का जलस्तर ढेंग ब्रिज में खतरे के निशान से 6 सेंटीमीटर उपर है, जबकि रुन्नीसैदपुर में खतरे के निशान से 57 सेंटीमीटर और बेनीबाद में 66 सेंटीमीटर ऊपर है हायाघाट में 120 सेंटीमीटर ऊपर है.
- अधवारा समूह नदी का जलस्तर कमतौल में खतरे के निशान से नीचे है. वहीं, एकमी घाट में 79 सेंटीमीटर ऊपर है.
- कमला बलान नदी का जलस्तर जयनगर में खतरे के निशान से 44 सेंटीमीटर नीचे है.
- कोसी नदी का जलस्तर बलतारा में खतरे के निशान से 156 सेंटीमीटर ऊपर है. कुर्सेला में खतरे के निशान से 44 सेंटीमीटर ऊपर है.
- महानंदा नदी का जलस्तर ढेंगरा घाट में में खतरे के निशान से नीचे है.
- परमान नदी का जलस्तर अररिया में खतरे के निशान से नीचे है.