पटना:बिहार में एक बार फिर बाढ़ का खतरा गहराने लगा है. कई नदियां इन दिनों उफान पर हैं. राज्य के कई इलाके बाढ़ से प्रभावित हैं. पटना में भी गंगा के जलस्तर में पिछले दिनों वृद्धि देखने को मिली थी. लेकिन, पिछले 2 दिनों से जलस्तर में गिरावट दर्ज की जा रही है.
पटना के एनआईटी घाट पर गंगा का जलस्तर मापने के लिए इंडिकेटर लगा हुआ है. यहां केंद्रीय जल आयोग का कार्यालय भी है जो प्रति घंटे गंगा के जल स्तर का लेवल रिकॉर्ड करता है. रविवार शाम 4 बजे तक यहां गंगा का जलस्तर 47.250 मीटर दर्ज किया गया.
अब तक का सर्वाधिक आंकड़ा
केंद्रीय जल आयोग से मिली जानकारी के मुताबिक 17 जुलाई के दिन के 12 बजे के बाद से गंगा के जलस्तर में गिरावट देखने को मिल रही है. 17 जुलाई के दिन के 12 बजे गंगा का जलस्तर 47.590 मीटर दर्ज किया गया जो कि इस मानसून सीजन में अब तक का सर्वाधिक रहा है. इसके बाद जलस्तर में गिरावट देखने को मिली और प्रति 2 घंटे 1 सेंटीमीटर की रफ्तार से गंगा का जलस्तर नीचे गया.
ये है मौजूदा स्थिति
वर्तमान समय में पटना के एनआईटी घाट पर गंगा वार्निंग लेवल से 35 सेंटीमीटर नीचे बह रही है. वहीं, डेंजर लेवल से 1.35 मीटर नीचे बह रही है. अगले दो-तीन दिनों तक गंगा के जलस्तर में एकाएक किसी बड़ी वृद्धि किए आसार नजर नहीं आ रहे हैं. लेकिन जिस प्रकार से राज्य के अन्य इलाकों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है और दूसरी नदियां उफान पर हैं ऐसे में गंगा के जलस्तर में थोड़ी वृद्धि के आसार अभी भी बने हुए हैं.