पटनाः बिहार के कई जिलों में बाढ़ के डर ने लोगों की नींद उड़ा दी है. मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, दरंभगा और सीतामढ़ी के तराई वाले इलाके में लोगों की परेशानी बढ़ गई है. महानंदा, कमला बलान, कोसी और बागमती नदियां उफान पर है. साथ ही गंगा के बढ़ते जलस्तर से भी लोगों में डर समाया हुआ है. वहीं, कुछ नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही है.
18 जुलाई को बिहार में प्रमुख नदियों का जलस्तर इस प्रकार से रहा:
- गंगा नदी का जलस्तर साहेबगंज में खतरे के निशान से अब केवल 48 सेंटीमीटर नीचे है. कहलगांव में खतरे के निशान से 29 सेंटीमीटर और हाथीदह में 95 सेंटीमीटर नीचे है. फरक्का में खतरे के निशान 04 सेंटीमीटर ऊपर है.
- घाघरा नदी का जलस्तर दरौली में खतरे के निशान से 30 सेंटीमीटर नीचे है.
- गंडक नदी का जलस्तर डुमरिया घाट में खतरे के निशान से 141 सेंटीमीटर ऊपर है. वहीं, रेवा घाट में भी 16 सेंटीमीटर ऊपर है.
- बागमती नदी का जलस्तर ढेंग ब्रिज में खतरे के निशान से 23 सेंटीमीटर नीचे है. जबकि, रुन्नीसैदपुर में खतरे के निशान से 101 सेंटीमीटर और बेनीबाद में 74 सेंटीमीटर ऊपर है. वहीं हायाघाट में 35 सेंटीमीटर ऊपर है.
- अधवारा समूह नदी का जलस्तर कमतौल में खतरे के निशान से 125 सेंटीमीटर ऊपर है. वहीं एकमी घाट में 40 सेंटीमीटर ऊपर है.
- कमला बलान नदी का जलस्तर झंझारपुर में 04 सेंटीमीटर खतरे के निशान से ऊपर है, जबकि जयनगर में खतरे के निशान से 14 सेंटीमीटर नीचे है.
- कोसी नदी का जलस्तर बलतारा में खतरे के निशान से 154 सेंटीमीटर ऊपर है.
- महानंदा नदी का जलस्तर ढेंगरा घाट में खतरे के निशान से 16 सेंटीमीटर ऊपर है. वहीं झावा में भी खतरे के निशान से 32 सेंटीमीटर ऊपर है.
- परमान नदी का जलस्तर अररिया में खतरे के निशान से 51 सेंटीमीटर ऊपर है.
- बूढ़ी गंडक का जलस्तर अभी खतरे के निशान से नीचे है.
गंगा का जलस्तर में कुछ स्थानों पर वृद्धि हो रही है, कुछ स्थानों पर कमी भी आ रही है:
जगह का नाम | खतरे का निशान | अभी की स्थिति |
बक्सर | 60.32 | 53.28 |
दीघाघाट | 50.45 | 48.36 |
गांधी घाट | 48.60 | 47.50 |
हाथीदह | 41.76 | 40.81 |
मुंगेर | 39.33 | 37.19 |
भागलपुर | 33.68 | 32.18 |
कहलगांव | 31.09 | 30.80 |
सजबगंज | 27.25 | 26.77 |
फरक्का | 22.25 | 22.29 |