पटनाःराजधानी पटना को स्वच्छता सर्वेक्षणमें बेहतर रैंक दिलाने के लिए पटना नगर निगम (Patna Municipal Corporation) के पार्षद जी-जान से जुट गए हैं. वार्ड पार्षद पटना (Ward Councilors Active For Good Rank In Cleanliness Survey) को स्वच्छ बनाने के साथ-साथ आपस में क्लीन वार्ड ग्रीन वार्ड के लिए भी प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं. इनका प्रयास है कि उनका वार्ड सबसे क्लीन होने के साथ-साथ सबसे ग्रीन हो. दरअसल पिछली बार पटना तीन स्थान की छलांग लगाते हुए 44 वें नंबर पर रहा था और इस बार कोशिश है कि यह रैंक और सुधरे और पटना टॉप टेन में शामिल हो. इसके लिए मेयर सीता साहू की अगुवाई में सभी पार्षद खूब मेहनत कर रहे हैं और स्वच्छता पर विशेष ध्यान दे रहे हैं.
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स्वच्छता सर्वेक्षण में पटना को बेहतरीन रैंक दिलाने के लिए पटना नगर निगम द्वारा कई प्रयास किए जा रहे हैं. इस सर्वेक्षण में पटनावासी अधिक से अधिक भाग लें, इसके लिए निगम के तरफ से कई प्रकार के कैंपेनिंग की जा रही है. वार्ड पार्षद भी अपने तरफ से कैंपेनिंग में लगे हुए हैं. निगम के तरफ से शिक्षण संस्थानों में और कॉलोनी में स्वच्छता मतदान कराया जा रहा है. लोगों से फीडबैक भी लिया जा रहा है कि किस प्रकार पटना अधिक से अधिक स्वच्छ बन सकता है और स्वच्छता में अच्छा स्थान प्राप्त कर सकता है.
नाले की साफ-सफाई का निरीक्षणः इसी कड़ी में पटना के वार्ड नंबर 44 कीपार्षद माला सिन्हाने अपने वार्ड को साफ और स्वच्छ बनाने के लिए कई प्रकार के प्रयास किए हैं. उनका कहना है कि वह चाहती हैं कि पटना स्वच्छता में अच्छे अंक इस बार प्राप्त करें. उनका वार्ड सबसे क्लीन और सबसे ग्रीन वार्ड के रूप में दर्ज किया जाए, इसके लिए वो अपनी निजी फंड से पेड़-पौधे लगवा रही हैं. वो लगातार अपने वार्ड में नाले की साफ-सफाई का निरीक्षण भी कर रही हैं जिन जगहों पर पेड़ पौधे लगाने का स्कोप बन रहा है वहां वह वृक्षारोपण करा रही हैं, ताकि उनका वार्ड क्षेत्र हरा भरा रहे और लोगों को उनके वार्ड में प्रदूषण का सामना कम से कम करना पड़े.
'वार्ड में जिन जगहों पर लोग खुले में कूड़ा फेंकते थे, वहां पर अच्छे तरीके से साफ सफाई कराकर डस्टबिन की व्यवस्था कराई गई है और लोगों से अपील की जा रही है कि कचरे को डस्टबिन में ही डालें. इसके अलावा वहां आसपास एरिया में बांस से घेरकर पेड़ पौधे लगाए जा रहे हैं. ताकि लोग पर्यावरण के प्रति भी सचेत हो और वहां गंदगी ना फैलाएं. 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहर में पिछली बार पटना तीन स्थान की छलांग लगाते हुए 44 वें नंबर पर रहा था और इस बार प्रयास है कि यह रैंक और सुधरे और पटना टॉप टेन में शामिल हो'- माला सिन्हा, वार्ड पार्षद