पटना: बिहार कांग्रेस के नेताओं की सोमवार को वर्चुअल मीटिंग हुई. जिसमें प्रदेश में कोरोना की स्थिति और कांग्रेस की ओर से चलाए जा रहे कंट्रोल रूम के द्वारा की जा रही कार्यों की समीक्षा की गई. इस दौरान कांग्रेस के नेता सरकारी सिस्टम के पोल खोलेते हुए सरकार पर जमकर बरसे.
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बिहार कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरण दास ने कहा ‘जब कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे थे तो देश के प्रधानमंत्री बंगाल सहित पांच राज्यों के चुनावों को अपनी प्रतिष्ठा से जोड़कर कोरोना की भयावहता को नजरअंदाज किया.’
उन्होंने कहा ‘पिछले साल कांग्रेस पार्टी ने बिहार में जरूरतमंदों की सेवा की थी और इस वर्ष भी कोरोना में अपनी भूमिका का उचित तरीके से निर्वहन कर रही है. बिहार के प्रदेश मुख्यालय से लेकर जिला मुख्यालयों पर स्थित पार्टी दफ्तर को राज्य सरकार को कोरोना आइसोलेशन सेंटर एवं अस्पताल के लिए देने की घोषणा की जा चुकी है. कांग्रेस के कार्यकर्ता आम जनों और मरीजों की सेवा में जी जान से जुटे हैं और आगे भी सेवा करते रहेंगे.'
प्रदेश कांग्रेस के सह प्रभारी सचिव वीरेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि बिहार की भयावह स्थिति की जिम्मेदार वर्तमान राज्य सरकार की है, जिसने पिछले एक साल कोरोना से लड़ने के लिए कोई भी जरूरी कदम नहीं उठाया.
बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा ने कहा 'प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में बने कंट्रोल रूम से लगातार लोगों की हरसंभव मदद की जा रही है. साथ ही प्रत्येक जिला कार्यालय भी अपने कंट्रोल रूम के माध्यम से आम जन की सेवा कर रहें हैं. प्रधानमंत्री ने देश की आवश्यकताओं को दरकिनार करते हुए ऑक्सीजन निर्यात किया. संसाधनों का समुचित उपयोग भी नहीं किया जा रहा है. अव्यवस्था के कारण मरीजों की जान जा रही है.'