पटना: कोरोना संक्रमण काल में पटना हाईकोर्ट की सुनवाई पर भी जबरदस्त असर पड़ा है. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से कुछ केस की सुनवाई जरूर हो रही है लेकिन अब वर्चुअल कोर्ट बनाने की तैयारी हो रही है और इसका जिम्मा बेल्ट्रॉन (बिहार स्टेट इलेक्ट्रॉनिक्स डेवलपमेंट कारपोरेशन) को दिया गया है. बेल्ट्रॉन के जीएम हरिशंकर द्विवेदी के अनुसार काम शुरू है. 6 से 8 हफ्ते में वर्चुअल कोर्ट बनकर तैयार हो जाएगा.
बेल्ट्रॉन जरनल मैनेजर ने बताया कि सीमित संख्या में वर्चुअल कोर्ट से सुनवाई की जा सकेगी. सुनवाई नहीं होने से अधिकांश वकीलों की मुश्किलें बढ़ी हुई है. वहीं, वकीलों के साथ काम करने वाले मुंशी के लिए भी परिवार चलाना मुश्किल हो रहा है.
पटना से अविनाश की रिपोर्ट बिस्वान प्रोजक्ट
कोरोना काल में बेल्ट्रॉन जहां सरकार के लिए मददगार साबित हो रहा है. बेल्ट्रॉन के बिस्वान प्रोजेक्ट से सरकार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कैबिनेट की बैठक से लेकर अधिकारियों तक अपनी बात पहुंचा रही है और जनता से भी संवाद कर रही है. वहीं अब बेल्ट्रॉन का बिस्वान हाईकोर्ट के लिए वर्चुअल कोर्ट तैयार करने में लगा है. बेल्ट्रॉन के जीएम हरिशंकर द्विवेदी के अनुसार हाईकोर्ट के तरफ से निर्देश दिया गया है. वर्चुअल कोर्ट तैयार करने के लिए और बिस्वान के मदद से उस पर तेजी से काम हो रहा है.
पिछले कई महीनों से कोरोना के कारण रेगुलर कोर्ट में सुनवाई नहीं हो रही है. कुछ केस की जज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जरूर सुन रहे हैं. लेकिन वकीलों के अनुसार इससे केवल एक से 2% वकीलों की रोजी-रोटी चल रही है. 99% वकीलों के सामने स्थिति दयनीय है. वकीलों के साथ काम करने वाले मुंशी के सामने भी रोजी-रोटी की समस्या बनी हुई है.
वर्चुअल कोर्ट से सुनवाई
पटना हाई कोर्ट की तैयारी अधिक से अधिक मामलों की सुनवाई की है. इसीलिए वर्चुअल कोर्ट तैयार करवाया जा रहा है. लेकिन वकीलों की समस्या इससे कितनी दूर हो पाती है, यह आने वाला समय बताएगा.
बेल्ट्रॉन के जीएम हरिशंकर द्विवेदी