पटना: पीओके को लेकर सालों से भारत और पाक के बीच विवाद चल रहा है. इस संबंध में ईटीवी भारत के संवाददाता ने जम्मू कश्मीर स्टडी सेंटर के बिहार-झारखंड के संयोजक वीरेंद्र सिंह से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि पीओके के अंतर्गत भारत के कश्मीर का कुछ हिस्सा आता है.
वीरेंद्र सिंह ने कहा कि पीओके के अंतर्गत 13 हजार 2 सौ 97 वर्ग किमी का भाग है. ये भाग को पाकिस्तान ने अधिकृत कर रखा है. इसमें दो जिला मीरपुर और मुजफ्फराबाग शामिल है. इन दोनों जिलों को भारत के नये नक्शा में शामिल किया गया है. इसके साथ ही गिलगित बाल्टिस्तान को भी पाकिस्तान अधिकृत कर रखा है.
'पाकिस्तान भ्रम फैला रहा है'
जम्मू कश्मीर स्टडी सेंटर के बिहार-झारखंड के संयोजक ने कहा कि गिलगित बाल्टिस्तान 64 हजार 8 सौ 17 वर्ग किमी है. इसमें पाकिस्तान ने तीन बार 5 हजार 1 सौ 80 वर्ग किमी को चीन को सौंपा है. गिलगित बाल्टिस्तान भारत का हिस्सा है. इसके लिए 1994 में संसद भी प्रस्ताव पास किया है. पाकिस्तान इस क्षेत्र को पीओके कह कर भ्रम फैला रहा है. इसमें कश्मीर का थोड़ा ही हिस्सा शामिल है.
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'गिलगित बाल्टिस्तान भारत का हिस्सा है'
वीरेंद्र सिंह ने कहा कि गिलगित बाल्टिस्तान में चीन पावर प्लांट बना रहा है. वहां के लोग बहुत गरीब हैं. उनका आरोप है कि भारत उन्हें भूल गया है. इस भाग के लिए लोगों को जागरूक करने की जरूरत है. ये सरकार ने गिलगित बाल्टिस्तान को लद्दाख में दिखाया है. ये स्वागत योग्य कदम है. ये भारत का अभिन्न हिस्सा है. यूएन सिक्योरिटी काउंसिल का केस समाप्त हो चुका है. इसके फैसले को पाकिस्तान ने नहीं माना. शिमला समझौता के तहत पाकिस्तान पर दबाव बनाने की जरूरत है.