पटना:बिधानसभा चुनाव के देखते हुए राजनीतिक दलों में हलचल तेज हो गई है. इस कड़ी में महागठबंधन ने सीट शेयरिंग को लेकर शनिवार को प्रेस कॉन्फेंस किया. इस दौरान वीआईपी पार्टी के सुप्रीमो मुकेश सहनी को महागठबंधन में सम्मान नहीं मिलने से अलग होने का फैसला कर लिया. प्रेसवार्ता के दौरान मुकेश सहनी ने कहा कि महागठबंधन ने उनके साथ धोखा किया है.
वीआईपी कार्यकर्ताओं ने किया हंगामा
महागठबंधन की प्रेस कॉन्फ्रेस के दौरान वीआईपी पार्टी को एक भी सीट नहीं दिया गया. जिसके कारण वीआईपी पार्टी के दफ्तर में कार्यकर्ता अधिक संख्या में इक्ट्टठे हुए. साथ ही दफ्तर में कार्यकर्ताओं ने महागठबंधन के खिलाफ नारेबाजी की. वहीं, होटल मौर्या के बाहर भी वीआईपी समर्थकों ने तेजस्वी यादव के होटल से निकलने के दौरान जमकर मुर्दाबाद के नारे लगाए.
पार्टी ने कहा- पीठ में छुरा भोंकने का किया काम
वीआईपी पार्टी प्रवक्ता राजीव मिश्रा ने कहा कि महागठबंधन ने वीआईपी पार्टी के साथ पीठ में छुरा भोंकने का काम किया है. उन्होंने कहा कि सीटों की घोषणा करते समय वीआईपी पार्टी के लिए 20 से 25 सीटें तय माना जा रहा था, उम्मीदवार नामांकन की तैयारी कर रहे थे. ऐसे में वीआईपी पार्टी को गठबंधन में एक भी सीट ना मिलन बहुत ही दुखद है.
कोर कमेटी की होगी बैठक
उन्होंने कहा कि वीआईपी पार्टी बहुत ही डिसिप्लिन पार्टी रही है. महागठबंधन में कोई भी दल तेजस्वी यादव को नेता मानने को तैयार नहीं थे तो वीआईपी ने तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री का उम्मीदवार माना था. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी अति पिछड़े लोगों की पार्टी है.यह लोग बहुत ही भोले होते हैं, ऐसे में महागठबंधन ने हम भोले लोगों पर जो पीठ में छुरा घोंपने का काम किया है, उसका परिणाम भुगतना होगा. इस पूरे मामले में कोर कमेटी की बैठक होगी और उसके बाद आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा.