पटना: बिहार में एनडीए सरकार के घटक दलों के बीच लगातार बयानबाजी से कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. मुकेश सहनी (Mukesh Sahni) के सुर पिछले कुछ दिनों से बदले हुए हैं. लेकिन इसे लेकर वीआईपी विधायक मिश्रीलाल यादव ने किसी भी तरह के मनमुटाव की बात से साफ इंकार किया है.
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'नहीं है कोई नराजगी'
मुकेश सहनी के यूपी में डेढ़ सौ सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान करने और जीतन राम मांझी से जाकर मिलने के बावजूद वीआईपी के विधायक मिश्रीलाल यादव ने एनडीए में किसी तरह की खटपट से साफ इंकार किया है.
'एनडीए में कहीं खटपट नहीं है. तेज प्रताप यादव और जीतन राम मांझी के मिलने की मुझे जानकारी नहीं है कि आखिर किस लिए मिले हैं क्यों मिले हैं. यह तो वही लोग बता सकते हैं.'-मिश्रीलाल यादव, विधायक, वीआईपी
सीएम को पत्र लिखने पर दी सफाई
वहींमिश्रीलाल यादव ने कहा कि वीआईपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश सहनी हैं और उन्होंने मुख्यमंत्री से जनप्रतिनिधियों का फंड रहने देने का आग्रह किया है, जिससे क्षेत्र का विकास हो सके. मुख्यमंत्री को तो कोई भी पत्र लिखकर आग्रह कर सकता है और यह क्षेत्र के विकास का मामला है.
सहनी ने एनडीए के खिलाफ खोला मोर्चा
भले ही वीआईपी के विधायक खुलकर कुछ ना बोलें, लेकिन मुकेश सहनी लगातार सरकार की मुश्किलें बढ़ाते जा रहे हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कोरोना कोष में लिए गए एमएलए एमएलसी फंड को पूर्ववत बहाल कर नया बखेड़ा खड़ा कर दिया है. विपक्ष की ओर से पहले ही एमएलए-एमएलसी फंड लिए जाने पर आपत्ति जताई गई थी.
मुकेश सहनी एक तरह से विपक्ष का साथ देते दिख रहे हैं. हालांकि इन सबके बाद भी उनके विधायक किसी भी तरह की खटपट से इंकार कर रहे हैं.
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