पटना: विकासशील इंसान पार्टी(VIP) के प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने सेना भर्ती की अग्निपथ योजना के विरोध में राज्यभर में हो रहे हिंसक प्रदर्शन को लेकर चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा कि अगर योजना का विरोध हो रहा है तो सरकार को प्रदर्शनकारियों से बातचीत करना चाहिए. इस योजना का विरोध बताता है कि इसमें कोई ना कोई कमी जरूर है.
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मुकेश सहनी ने कहा कि सरकार को इन युवाओं को यह विश्वास दिलाना चाहिए कि चार साल के बाद जब वे अवकाश प्राप्त कर लेंगे तो फिर उन्हें रोजगार मिल सकेगा. कोई भी व्यक्ति कड़ी मेहनत कर सेना में भर्ती होता है और चार साल में फिर से अवकाश प्राप्त करना कोई नहीं चाहेगा. मुकेश सहनी ने कहा कि अब लोकसभा चुनाव को सामने देखकर सरकार अब रोजगार की बात कर रही है.
मोदी सरकार ने हर साल दो करोड़ नौकरियों का वादा किया था. इस तरह से 2024 तक बीस करोड़ नौकरियां युवाओं को मिल जानी चाहिए थीं, लेकिन अब यह सरकार 2024 के चुनावों से पहले महज दस लाख रिक्तियों को भरने की बात कर रही है. उन्होंने कहा कि केंद्र की सरकार कृषि कानून के नाम पर किसानों में लड़ाई पैदा कर दी. अब अग्निपथ के बहाने में पूरे देश में छात्रों और युवाओं में फूट डालना चाहती है. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की नीति प्रारंभ से ही फूट डालो और शासन चलाने की रही है.
बता दें कि बिहार के विभिन्न जिलों में सेना भर्ती में अग्निपथ योजना का विरोध (Agnipath Scheme Protest in Bihar) दूसरे दिन गुरुवार को भी जारी है. बक्सर, छपरा, कैमूर, आरा, नवादा और जहानाबाद सहित कई जिलों में छात्र इस योजना के विरोध में रेलवे ट्रैक और सड़कों पर उतरे और हंगामा किया. इस दौरान यातायात बाधित रही. सेना में भर्ती के लिए लाई गई 'अग्निपथ योजना' के विरोध में बिहार के छपरा और कैमूर में प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन की बोगियों को आग के हवाले (Students Set Fire To Train In Kaimur) कर दिया. बसों और बाजारों में तोड़फोड़ की गई.