भागलपुर (नवगछिया): वीआईपी प्रमुख मुकेस सहनी भागलपुर में जनसभा को संबोधित किया. निषाद संकल्प आरक्षण यात्रा के तहत नवगछिया कचहरी मैदान में सभा आए लोगों को हाथ में गंगाजल लेकर संकल्प दिलाया. मुकेश सहनी ने लोगों से अपील की है कि एक रोटी कम खाएं, लेकिन अपने बच्चों को जरूर पढ़ाएं. उन्होंने दावा किया कि कभी मेरी जाति के लोग ठोकर खाते थे. आज कई जाति के लोग मेरे यहां चुनाव लड़ने के लिए टिकट मांग रहे हैं.
भागलपुर में मुकेश सहनी की रैलीः रैली को संबोधित करते हुए लोगों से खासकर युवाओं से अपने अधिकार के लिए संघर्ष करने का आह्वान किया. कहा कि अपने वोट की ताकत और वोट बैंक को समझने से ही समाज में बदलाव आएगा. उन्होंने इसके लिए एकजुट होने की भी अपील की. इस दौरान उन्होंने कहा कि जो हमारे समाज को आरक्षण देने का काम करेगा, उसके साथ जाएंगे नहीं तो नाव पर बिठाकर बीच नदी में डूबा देंगे.
'सीएम बनाने का लालच दे रही भाजपा': मुकेश सहनी ने सभा के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए कई दावे किए. मीडिया ने जब सीएम बनने के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि भाजपा हमें मुख्यमंत्री बनाने का लालच दे रही है, लेकिन वे पद के लोभ में आने वाले नहीं है. उन्होंने कहा कि वे गुलाम नहीं बनना चाहते हैं. अपने समाज के लिए आरक्षण की मांग कर रहे हैं. भाजपा अगर हमारी समाज को आरक्षण देने का काम करती है तो उसके साथ जाने के लिए तैयार हैं.
"वे (BJP) हमें गुलाम बनाना चाहते हैं, लेकिन हमलोग गुलाम नहीं बनना चाहते हैं. हम संघर्ष करेंगे और लड़ाई लड़ेंगे. जो काम लालू यादव, मुलायम सिंह और मयावती जी किए हैं, वही काम निषाद का बेटा भी करेगा. मुख्यमंत्री बनना और नहीं बनना वह समय की बात है. हम लड़ाई लड़कर समाज को आरक्षण दिलाएंगे. भाजपा आरक्षण देती है तो उसके साथ जाएंगे. अगर नहीं देती है तो बीच नदी में नाव पलटकर डूबा देंगे."-मुकेश सहनी, वीआईपी प्रमुख
'बिहार में निषाद को आरक्षण क्यों नहीं?' 'सन ऑफ मल्लाह ' के नाम से चर्चित मुकेश सहनी ने कहा कि आज देश के दिल्ली और पश्चिम बंगाल में निषाद भाइयों को आरक्षण दिया जा रहा है, लेकिन बिहार, यूपी और झारखंड में आरक्षण नहीं मिल पा रहा है. उन्होंने कहा कि अगर आज निषाद एकजुट हुए तो पटना और बिहार क्या दिल्ली भी हमसे दूर नहीं है. कहा कि निषादों के लिए बजट बनता है, लेकिन हमारी सरकार में उचित प्रतिनिधित्व नहीं रहने के कारण लाभ हमे नहीं मिल पाता है.