पटना: राजधानी के कदम कुआं थाना क्षेत्र के लोहानीपुर इलाके में सामाजिक कार्यकर्ता ने खाद्य सामग्री वितरण कार्यक्रम चलाया. इस मौके पर स्लम बस्ती में रहने वाली सैकड़ों महिलाओं की भीड़ उमड़ पड़ी. भीड़ को बढ़ता देख सामाजिक कार्यकर्ता ने सभी लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए लाइन में लगा दिया. बावजूद लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया. इसको लेकर जब ईटीवी भारत संवाददाता ने लोगों से नियम पालन करने की अपील की तो, महिलाओं ने बताया कि हमें बीमारी से मरना पसंद है. लेकिन हमें भूखे पेट नहीं मरना है.
पटना में राशन वितरण के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का उड़ा माखौल, लोग बोले- भूखे पेट नहीं मरना हमें
कदमकुआं थाना क्षेत्र में सामाजिक कार्यकर्ता ने राशन वितरण करने का कार्यक्रम चलाया. मौके पर लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का जमकर माखौल उड़ाया. हालांकि, बाद में पुलिस ने स्थिति को अपने नियंत्रण में ले लिया.
'सोशल डिस्टेंसिंग का उड़ाया गया माखौल'
दरअसल, पटना के कदमकुआं थाना क्षेत्र के पुस्तकालय लेन स्थित लक्ष्मी उमा प्लाजा मैं रहने वाले सामाजिक कार्यकर्ता नीरज कुमार ने इलाके के गरीब लोगों के बीच राशनी का वितरण कर रहे थे. इस दौरान इलाके के लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का जरा भी ख्याल नहीं रखा. भीड़ को नियंत्रण में करने के लिए सामाजिक कार्यकर्ता ने लोगों से आधार कार्ड की कॉपी को जमा करवाकर लाइन में खड़ा कर दिया. लेकिन, लाइन में खड़ी महिलाओं ने सोशल डिस्टेंसिंग का जमकर माखौल उड़ाया.
जांच के लिए पहुंची पुलिस
इधर, इलाके में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं होने की जानकारी मिलते ही कदम कुआं थाने की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग पालन करने की अपील की. इस दौरान राशन के लिए लाइन में खड़ी महिलाओं ने समाजसेवी नीरज पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके आधार कार्ड का फोटो कॉपी लेने के बावजूद उन्हें राशन नहीं दिया जा रहा है. मौके पर पुलिस ने समाजसेवी से राशन वितरण करने से संबंधित परमिशन के बारे में भी पूछताछ की. हालांकि, राशन वितरण करने वाले समाजसेवी पुलिस को कोई ठोस जबाब नहीं दे पा रहे थे.