पटना: फुलवारीशरीफ के नोहसा गांव में लोग जलभराव की समस्या से परेशान हैं. यहां के लोगों को नाले के पानी से गुजर कर आना-जाना पड़ता है. जिसके चलते लोगों को काफी परेशानियां झेलनी पड़ती हैं. स्थानीयों ने इस समस्या की शिकायत मुखिया, बीडीओ और स्थानीय विधायक से की लेकिन किसी ने इस समस्या पर कोई कार्रवाई नहीं की.
प्रशासन की लापरवाही
बताया जा रहा है कि इस गांव की दो सबसे बड़ी समस्या है. पहली जलभराव की और दूसरी जर्जर सड़क की. जलभराव की समस्या इसलिए है क्योंकि इस गांव के बनने के बाद से ही यहां नाले का निर्माण नहीं कराया गया था. जिसका नतीजा ये है कि बरसात का पानी हो या घरों से निकलने वाला पानी सब गांव के अंदर ही जमा हो जाता है. बरसात के चलते गांव की हर गली गंदे पानी से भर जाती है और लोगों को उसी पानी में से आना-जाना पड़ता है. जिसके चलते स्थानीयों को काफी परेशानी होती है. गांव के निवासियों ने इस समस्या की शिकायत मुखिया, बीडीओ सहित स्थानीय विधायक श्याम रजक, स्थानीय सांसद से की थी. लेकिन प्रशासन की लापरवाही के कारण इन समस्याओं पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.
जलभराव की समस्या से परेशान ग्रामीण सड़कों पर कचरों का अंबार
इस गांव की दूसरी सबसे बड़ी समस्या यहां की जर्जर सड़क है. जिसके चलते लोगों को और भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इतना ही नहीं गांव की सड़कों पर कई जगहों पर कूड़े-कचरे का अंबार लगा रहता है. लेकिन नगर परिषद का ध्यान इस पर नहीं जाता है. इस गांव में किसी भी तरह की कोई सुविधा नहीं है.
गड्ढे बन रहे दुर्घटना की वजह
लोगों का कहना है कि पहले इस गांव का ज्यादातर इलाका खाली था. जिस पर बिल्डरों ने बिना नियम कानून के बड़े-बड़े अपार्टमेंट बनवा दिए है. लेकिन अपार्टमेंट मैन्युल के मुताबिक सड़कों का निर्माण नहीं कराया है. जिसके चलते गांव के अंदर आने वाली मुख्य सड़क पूरी तरह से जर्जर हो गई है. साथ ही लोगों का कहना है कि भारी वाहन के आने-जाने के चलते गड्ढे हो गए हैं. जो कि आए दिन दुर्घटना का कारण बन रहे हैं. इस गांव के गली-गली में जलभराव ऐसा है कि जनाजा हो, शादी हो या कोई पर्व हर चीज में इसी गंदे नाले पानी से होकर गुजरना पड़ता है.
गंदे पानी से आना-जाना पड़ता ग्रामीण करेंगे आंदोलन
स्थानीय निवासी रहबर आजम ने कहा कि पिछले 4 - 5 सालों से हम प्रशासन से इस समस्या की शिकायत कर रहे हैं. लेकिन प्रशासन हमारी बात सुनने को तैयार नहीं है. साथ ही उन्होंने बताया कि अगर प्रशासन इस समस्या पर कोई कार्रवाई नहीं करती है. तो सभी ग्रामवासी आंदोलन करेंगे.