पटनाः बिहार में सियासी आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. बीजेपी और जेडीयू एक दूसरे पर तीखे शब्दबाण चला रहे हैं. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने पीएम मोदी पर टिप्पणी की थी. इसी पर पलटवार करते हुए नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा (Leader of Opposition Vijay Sinha) ने कहा कि ललन सिंह को पहले अपने मुख्यमंत्री को समाझाना चाहिए. सीएम का गृह जिला जल रहा है. राज्य में भ्रष्टाचार की गंगा बह रही है, लेकिन येलोग विपक्ष को एकजुट करने में जुटे हैं.
Bihar Politics: ललन सिंह के बयान पर BJP हमलावर- 'बिहार जल रहा नीतीश कर रहे विपक्षी एकजुटता'
जेडीयू राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (JDU National President Lalan Singh) पीएम मोदी पर लगातार हमला बोल रहे हैं. देश की कुछ समसामयिक घटना को लेकर ललन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर टिप्पणी की है. इसी पर नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने ललन सिंह पर पलटवार करते हुए आईना दिखाया है. पढ़ें पूरी खबर..
नेता प्रतिपक्ष ने किया ललन सिंह पर पलटवारः विजय सिन्हा ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जी आप अपने सीएम को क्यों नहीं बता पाते हैं और समझा पाते हैं. भयभीत हैं क्या आप उनसे, बिहार में दर्जनों हत्या हो रही है. आपका जो क्षेत्र है मुंगेर, जहां हस्तिनापुर के गुलामों को लाकर पोस्टिंग कर रहे हैं. जरा मुंगेर और लखीसराय को अपराध मुक्त और भ्रष्टाचार मुक्त तो बना दीजिए. आपका अपना घर जल रहा है. आपके सीएम विपक्षी एकजुटता कर रहे हैं, भ्रष्टाचारियों को गोलबंद कर रहे हैं. अरे प्रधानमंत्री तो कम से कम अपना राजकाज भी कर रहे हैं और पूरे देश को संभाल रहे हैं. पार्टी के नेता हैं तो चुनाव प्रचार भी कर रहे हैं.
"ललन सिंह को पहले अपने मुख्यमंत्री को समाझाना चाहिए. सीएम का गृह जिला जल रहा है. राज्य में भ्रष्टाचार की गंगा बह रही है, लेकिन येलोग विपक्ष को एकजुट करने में जुटे हैं. राष्ट्रीय अध्यक्ष जी आप अपने सीएम को क्यों नहीं बता पाते हैं और समझा पाते हैं. भयभीत हैं क्या आप उनसे, बिहार में दर्जनों हत्या हो रही है" -विजय सिन्हा, नेता प्रतिपक्ष
ललन सिंह ने पीएम मोदी पर कसा था तंजः नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पर उपदेश कुशल बहु तेरे. ललन सिंह जी जरा अपने मुख्यमंत्री को भी बताइये कुछ और अपना भी देखिए. दरअसल, विजय सिन्हा ने यह प्रतिक्रिया ललन सिंह के उस ट्वीट पर दिया जिसमें उन्होंने पीएम मोदी पर टिप्पणी करते हुए लिखा था कि मणिपुर जल रहा है और आप कर्नाटक के चुनाव प्रचार कर रहे हैं. वहां के समस्या के समाधान की बात तो छोड़ ही दीजिए, संवेदना के लिए दो शब्द तक नहीं कह पा रहे.