पटनाःजेडीयू प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए एक बार फिर से 'दादा' पर पार्टी ने भरोसा जताया है. पार्टी कार्यालय में निर्विरोध रूप से उनका चयन भी हो गया. लेकिन औपचारिक रूप से घोषणा शुक्रवार को होगी. वशिष्ठ नारायण सिंह की फिर से प्रदेश अध्यक्ष के पद पर ताजपोशी को लेकर पार्टी नेताओं में खुशी की लहर है.
पार्टी ने फिर जताया 'दादा' पर भरोसा
पार्टी कार्यालय में दादा के निर्विरोध निर्वाचन के बाद मंत्री, सांसद और कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है. सभी दादा के अनुभव और संगठन के लिए उनके काम की सराहना कर रहे हैं. सबको साथ लेकर चलने की उनकी क्षमता का फिर से लाभ मिलने की बात सभी ने की. चाहे परिवहन मंत्री संतोष निराला हों या जहानाबाद के सांसद चंदेश्वर चंद्रवंशी सबका यही कहना है कि दादा के अनुभव का लाभ पार्टी को मिलेगा. इसलिए पार्टी ने उन पर फिर से भरोसा जताया है.
निर्विरोध चुने गए वशिष्ठ नारायण सिंह कार्यालय में खूब रही गहमागहमी
बता दें कि प्रदेश अध्यक्ष चुनाव को लेकर सुबह से ही पार्टी कार्यालय वीरचंद पटेल पथ में काफी गहमागहमी थी. 10 बजे से चुनाव की प्रक्रिया शुरू हुई. 11 बजे प्रदेश अध्यक्ष के पद के लिए वशिष्ठ नारायण सिंह ने 11 सेटों में नामांकन भरा. 12:30 बजे तक नामांकन भरने का समय था. लेकिन वशिष्ठ नारायण सिंह के अलावा पार्टी के किसी भी सदस्य ने अपनी दावेदारी नहीं की. इस कारण वशिष्ठ नारायण सिंह निर्विरोध प्रदेश अध्यक्ष के लिए निर्वाचित हो गये.
नीतीश कुमार करेंगे औपचारिक घोषणा
हालांकि गुरुवार को चुनाव की जो भी प्रक्रिया है वह पूरी की जाएगी. शाम 5 बजे तक नामांकन वापसी का भी समय है. ऐसे में औपचारिक घोषणा शुक्रवार को राष्ट्रीय परिषद की बैठक में की जाएगी. प्रदेश अध्यक्ष के पद पर वशिष्ठ नारायण सिंह का यह तीसरा कार्यकाल होगा. 2020 में विधानसभा का चुनाव भी है. इसलिए दादा की भूमिका और भी महत्वपूर्ण होने वाली है. मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार के साथ पार्टी नेताओं को उन पर भरोसा है.