पटना:विशेष राज्य के दर्जे और जातीय जनगणना पर बिहार में सियासत (Politics in Bihar on Caste Census) जारी है. आरजेडी की तरफ से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ऑफर दिए जाने के बाद उपेंद्र कुशवाहा और मृत्युंजय तिवारी की मुलाकात (Upendra Kushwaha and Mrityunjay Tiwari Meeting) हुई है. आरजेडी खरमास के बाद खेला होने की बात भी कह रहा है. हालांकि सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह (Vashishtha Narayan Singh) ने जेडीयू का आरजेडी के साथ गठबंधन (JDU Alliance with RJD) की किसी भी संभावना से इनकार किया है. उन्होंने साफ कहा कि आरजेडी की ओर से भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है.
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जेडीयू के वरिष्ठ नेता वशिष्ठ नारायण सिंह ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि आरजेडी की तरफ से दिए जा रहे ऑफर का कोई मतलब नहीं है, क्योंकि जेडीयू और आरजेडी राजनीति की दो अलग-अलग धुरी हैं. उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार को जो बिहार मिला था, उससे पहले आरजेडी की सरकार थी और उस समय कानून-व्यवस्था ध्वस्त थी. हर जगह रंगदारी और भय का वातावरण था लेकिन नीतीश कुमार ने अपने काम की बदौलत बिहार की नई तस्वीर सबके सामने पेश की है. आज झोपड़ी में भी बिजली की रोशनी हो रही है. रोड, बिजली और पानी हर सेक्टर में काम हुआ है.
जेडीयू नेता ने कहा कि बिहार एक लंबी छलांग लगाने की तैयारी कर रहा है लेकिन इसके बावजूद बिहार को हर तरह की मदद की जरूरत है. विशेष राज्य के दर्जे की भी जरूरत है और अन्य मदद की भी. जिससे यहां से पलायन रुक सके और लोगों को रोजगार मिल सके.
वहीं, आरजेडी की तरफ से ऑफर दिए जाने पर वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि यह भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है. ना केवल सहयोगी दलों के बीच बल्कि जनता के बीच भी भ्रम फैलाने की कोशिश हो रही है. जिससे नीतीश कुमार की प्रतिष्ठा गिरे. इन सब चीजों से हम लोग अवगत हैं.
क्या जनता के बीच आरजेडी के तरफ से कोई मैसेज देने की कोशिश हो रही है? इस सवाल पर वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा मैसेज देने की ही नहीं, भ्रम फैलाने की कोशिश भी हो रही है, जबकि इसमें ना तो कोई दम है ना ही कोई तर्क है और ना ही वास्तविकता. पार्टी का स्टैंड इस मुद्दे पर साफ है.