पटना:राजधानी के पुराने सचिवालय परिसर के बगल में ही पर्यावरण और वन विभाग द्वारा संचालित नर्सरी है, जिसमें कई प्रकार के पौधे उपलब्ध हैं. यहां फलदार पौधे के साथ-साथ यहां इमारती लकड़ी का पौधा और औषधीय पौधे भी मिलते है. आम नागरिक यहां आकर मात्र 10 रुपये में ही कोई भी पौधा खरीद सकता है.
बरसात के मौसम में यहां पौधों की बिक्री अधिक होती है. लेकिन नर्सरी के प्रभारी का कहना है कि अनलॉक 1 में जब यह खुला तो है. लेकिन पौधों की बिक्री कम हो रही है.
15 जुलाई के बाद बिक्री में आएगी तेजी
नर्सरी के प्रभारी शिव प्रसाद सिंह का कहना है कि लॉकडाउन के कारण कई ऐसे पौधे है. जिसके बीज नहीं आने के कारण वो यहां उपलब्ध नहीं हो पाया है. साथ ही उन्होंने कहा कि यहां सबसे ज्यादा बिक्री सागवान और मोहगनी के पौधे की होती है. औषधीय पौधे भी यहां उपलब्ध है. जिसकी भी बिक्री ठीक-ठाक होती है. उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि 15 जुलाई के बाद पौधों के बिक्री में तेजी आएगी.
कोरोना संक्रमण से नर्सरी प्रभावित
बता दें कि बिहार सरकार पेड़ लगाने की मुहिम समय-समय पर शुरू करती है. इस बार भी अगस्त में राज्य सरकार पूरे प्रदेश में करोड़ों पेड़ लगाने की घोषणा की है. साथ ही सरकारी नर्सरी द्वारा लोगों को कम दाम में पौधे उपलब्ध करा वृक्षारोपण अभियान को आगे बढ़ाने की कोशिश सरकार करती है. कोरोना संक्रमण काल मे कहीं ना कहीं इस प्रयास पर भी प्रभाव पड़ते दिख रहा है.