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शहाबुद्दीन के निधन पर पुष्पम प्रिया चौधरी के एक ट्वीट से हंगामा

बिहार में पुष्पम प्रिया चौधरी के एक ट्वीट पर बवाल मचा है. उन्होंने शहाबुद्दीन की कोरोना से निधन को लेकर एक ट्वीट किया है. जिसमें उन्होंने लिखा है कि मैं उनकी मौत पर अफसोस जाहिर नहीं करूंगी. क्योंकि शहाबुद्दीन 'गुंडा और क्रिमिनल' होने का एक प्रतीक थे.

ट्वीट पर बवाल
ट्वीट पर बवाल

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Published : May 2, 2021, 1:16 PM IST

पटनाः "हमारी संपूर्ण पीढ़ी ने बाहर बिहारियों के “गुंडा और क्रिमिनल” होने का आक्षेप झेला है. आज अगर मैं इसके एक प्रतीक के जेल में मौत पर अफसोस जाहिर करूंगी, तो यह करोड़ों बिहारियों का अपमान होगा. मुझे कोई अफसोस नहीं है. फुल स्टॉप." यह ट्वीट प्लूरल्स पार्टी की अध्यक्ष पुष्पम प्रिया चौधरी ने अपने ट्वीटर हैंडल से किया है. उनके इस ट्वीट पर हंगामा हो गया है.

पुष्पम प्रिया चौधरी

बता दें कि सीवान के पूर्व सांसद और आरजेडी के बाहुबली नेता शहाबुद्दीन का कोरोना के कारण शनिवार को निधन हो गया है. आरजेडी नेता के निधन पर कई नेताओं ने प्रतिक्रिया दी.

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भड़क गयीं रोहिणी आचार्य
शहाबुद्दीन की मौत पर पुष्पम प्रिया चौधरी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिये शाहबुद्दीन को हैशटैग कर कमेंट लिखा है. जिसके बाद सियासत तेज हो गई है. कमेंट के बाद लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य भड़क गयीं. पुष्पम के उस ट्वीट से नाराज रोहिणी आचार्य ने लिखा, "मानसिकता तेरी कैसी है..? मानवता के नाम पर तू कलंकिनी है !!" हालांकि, बाद में रोहिणी ने अपना ट्वीट डिलीट कर लिया.

रोहिणी आचार्य ने किया था ट्वीट

दी श्रद्धांजलि
लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने शहाबुद्दीन की मौत पर ट्वीट कर दुख प्रकट किया. उन्होंने लिखा- "पापा के सहयोगी और समाजवादी नेता डॉ. शहाबुद्दीन साहब के निधन की खबर सुन कर दुखी हूं. भगवान से उनके आत्मा की शांति और परिवार वालों को सब्र की कामना करती हूं."

रोहिणी आचार्य

जेल में थे शहाबुद्दीन
10 मई, 1967 को बिहार में जन्में मोहम्मद शहाबुद्दीन को बाहुबली नेता के रूप में जाना जाता है. अपराध से उनका गहरा नाता रहा है. समय-समय पर उन पर कई तरह के आरोप लगते रहे हैं. इसके बावजूद वे आरजेडी के दिग्गज नेताओं में से एक रहे थे.

वे आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के भी करीबी माने जाते थे. मालूम हो कि 30 अगस्त, 2017 को पटना हाई कोर्ट ने सीवान में हत्या के मामले में शहाबुद्दीन की मौत की सजा को बरकरार रखा था. इसके बाद वे लगातार जेल में सजा काट रहे थे.

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