पटना:मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से अब तक तकरीबन 200 बच्चों की मौत हो चुकी है. इस मुद्दे पर नीतीश सरकार की फजीहत प्रदेश ही नहीं पूरे देश में हुई है. वहीं विपक्ष सड़क से सदन तक इस मामले को भुनाने में जुटा है. राष्ट्रीय लोक समता पार्टी सदन में नहीं होने के बावजूद सड़क पर उतरकर नीतीश कुमार के लिए परेशानी का सबब बन रही है.
पिछले दिनों रालोसपा ने मुजफ्फरपुर में महाधरना का आयोजन किया था. अब 2 जुलाई से 6 जुलाई तक उपेंद्र कुशवाहा के नेतृत्व में मुजफ्फरपुर से पटना तक पद यात्रा कार्यक्रम किया जाएगा. उपेंद्र कुशवाहा ने बताया कि इस पदयात्रा का नाम "नीतीश हटाओ, भविष्य बचाओ" रखा गया है.
'पिछले 14 वर्षों में हजारों बच्चों की हुई मौत'
रालोसपा सुप्रीमो का कहना है कि पिछले 14 वर्षों में हजारों बच्चे मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार और इन्सेफेलाइटिस जैसे कई रोगों से मौत के मुंह में जा चुके हैं. इन 14 वर्षों में नीतीश कुमार लगातार मुख्यमंत्री के पद पर बने रहे हैं. इसलिए इन बच्चों की मौत की जिम्मेदारी सीधा नीतीश कुमार के ऊपर है. इसलिए रालोसपा सिर्फ नीतीश कुमार के इस्तीफे की मांग करती है.
'नीतीश कुमार को इस्तीफा देना होगा'
रालोसपा सुप्रीमो की माने तो स्वास्थ्य मंत्री का इस्तीफे की मांग कर नीतीश कुमार अपनी पीठ थपथपा रहे हैं. लेकिन रालोसपा ऐसा नहीं होने देगी, इस बार नीतीश कुमार को ही इस्तीफा देना होगा. उपेंद्र कुशवाहा ने बताया कि पदयात्रा 2 जुलाई से चल कर 6 जुलाई को पटना पहुंचेगी. इस पदयात्रा में ''नीतीश हटाओ, भविष्य बचाओ" का नारा दिया जाएगा.