पटनाः जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा था कि राज्यसभा और केंद्रीय मंत्री पद छोड़ने में समय नहीं लगा तो फिर एमएलसी का पद छोड़ना उनके लिए कौन बड़ी बात है. इस पर भवन निर्माणमंत्री अशोक चौधरीने जवाब देते हुए कहा है कि छोड़ दें. पंडित जी से मुहूर्त निकालना है क्या? अशोक चौधरी ने ये भी कहा कि यह सब बोलने की क्या जरूरत है अगर आपके मन में नेता के प्रति पीड़ा है तो आपको जो करना है कीजिए.
Bihar Politics: '... तो MLC छोड़ दें, पंडित जी से मुहूर्त निकालना है क्या', कुशवाहा पर बरसे अशोक चौधरी - बिहार की राजनीति
जेडीयू में आरसीपी सिंह के बाद अब उपेंद्र कुशवाहा के बागी तेवर के लेकर बिहार की राजनीति गर्म है. आए दिन पार्टी के नेता उपेंद्र कुशवाहा पर कोई ना कोई बयान देते नजर आ रहे हैं, सीएम नीतीश ने तो पहले ही कह दिया था कि जितना जल्दी हो चले जाएं. अब मंत्री अशोक चौधरी ने भी कुशवाहा के बयान का जवाब देते हुए कहा है कि एमएलसी पद छोड़ दें, इंतजार किस बात का है.
"इसमें बोलने का क्या है, अगर मन कोई धुविधा है तो छोड़ दें. जैसे केंद्रीय मंत्री ने छोड़ दिया ये भी छोड़ दें. छोड़ दें एमएलसी पद पंडित जी से मुहूर्त निकालना है क्या. यदि आपके मन में नेता के प्रति पीड़ा है तो आपको जो करना है कीजिए"- अशोक चौधरी, भवन निर्माण मंत्री
केके पाठक वीडियो पर भी बोले मंत्रीःउपेंद्र कुशवाहा पर कार्रवाई को लेकर अशोक चौधरी ने कहा यह राष्ट्रीय अध्यक्ष को निर्णय करना है, यह हमारा डोमेंन नहीं है. पार्लियामेंट्री बोर्ड के अध्यक्ष हैं वह तो राष्ट्रीय अध्यक्ष को क्या करना है वही फैसला लेंगे. इस मामले में राष्ट्रीय अध्यक्ष ही कुछ बता सकते हैं. वहीं वरिष्ठ आईएएस अधिकारी केके पाठक के गाली वाले वीडियो मामले पर मंत्री ने कहा कि हमने भी देखा है यह आपत्तिजनक है. अपने अधीनस्थ पदाधिकारी और हम लोग मंत्री हैं तो चपरासी तक को तुम नहीं कहते हैं और जिस भाषा का प्रयोग किया गया है, वह निंदनीय है.
'पदाधिकारी को बरतना चाहिए संयम' :अशोक चौधरी ने कहा कि बाहर के पदाधिकारी जिनका बिहार कैडर है उनको तो और संयम बरतना चाहिए. बिहार में उनकी रोजी रोटी चल रही है. बिहार महावीर आर्यभट्ट भगवान बुद्ध की धरती है. सरकार की ओर से क्या कोई कार्रवाई होगी. इस पर अशोक चौधरी ने कहा निश्चित रूप से या तो माफी मांगेंगे या फिर सरकार देखेगी. बासा वाले भी अपनी बात रख रहे हैं.