पटना:राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र कुशवाहा शुक्रवार को उपेंद्र कुशवाहा का साथ छोड़कर राजद में शामिल हो गए. राजद की सदस्यता लेने के बाद वीरेंद्र कुशवाहा ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा पार्टी की नीतियों को भूल गए हैं. इस वजह से हम सभी नेताओं ने अपने सिद्धांतों की लड़ाई लड़ने के लिए राजद का दामन थामा है. नीतीश कुमार के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी.
यह भी पढ़ें-उपेंद्र कुशवाहा ने जदयू की ओर किया रुख तो टूटी पार्टी, 2 दर्जन से अधिक नेताओं ने थामा लालटेन
वीरेंद्र ने कहा "आरएलएसपी का गठन नीतीश कुमार के खिलाफ हुआ था. नीतीश कुमार की नीतियों के खिलाफ हमलोगों ने एक संगठन खड़ा किया था. हमलोग लगातार नीतीश कुमार को बिहार की गद्दी से हटाने के लिए प्रयास कर रहे हैं. आज उपेंद्र कुशवाहा जदयू में शामिल हो रहे हैं. उन्हें याद होना चाहिए कि नीतीश कुमार ने पहले आरएलएसपी को तोड़ने के लिए बहुत प्रयास किया था. आज उन्हीं के साथ वह जाने के लिए क्यों विवश है?
"आज भले ही उपेंद्र कुशवाहा नीतीश के मोह में पड़ गए हैं, लेकिन हमलोग उनके मोह में नहीं पड़े हैं. गांधी मैदान में हमलोगों ने नीतीश कुमार को हटाने का संकल्प लिया था. वह आज भी कायम है. हम अपने विचारों को लेकर तेजस्वी यादव के साथ मिलकर लड़ेंगे."- वीरेंद्र कुशवाहा, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष आरएलएसपी
उपेंद्र कुशवाहा ने दी अपनी नीतियों की तिलांजलि
आरएलएसपी के महिला प्रकोष्ठ की पूर्व अध्यक्ष मधु मंजरी मेहता ने राजद का दामन थामते ही कहा कि कुशवाहा समाज को बेवकूफ बनाने के लिए नीतीश कुमार लगातार हमारी जाति को साधते रहे थे और आज भी साध रहे हैं.
"आज अपनी नीतियों को तिलांजलि देकर उपेंद्र कुशवाहा नीतीश कुमार के शरण में जा रहे हैं. इससे साफ हो गया है कि वह अपने सिद्धांतों को भूल गए हैं, लेकिन मैं अपनी पार्टी की सिद्धांत को नहीं भूली हूं. बिहार में शिक्षा और स्वास्थ्य की बेहतर व्यवस्था के लिए हमारी लगाई जारी रहेगी. हमलोग तेजस्वी यादव के साथ मिलकर बिहार की शिक्षा व्यवस्था को बहाल कराने के लिए सरकार से लड़ते रहेंगे."- मधु मंजरी मेहता, पूर्व नेता आरएलएसपी