पटना:जेडीयू नेता व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह (Union Minister RCP Singh) अपने कार्यकाल का 1 साल भी पूरा कर सकेंगे या नहीं कल तक इस सवाल का जवाब देने से जनता दल यूनाइटेड के सभी नेता कतराते थे लेकिन अब जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने बड़ा बयान (Upendra Kushwaha statement on RCP) देते हुए कहा है कि आरसीपी सिंह को कार्यकाल पूरा करने से पहले ही मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे देना चाहिए (RCP Singh Resignation Issue) . उपेंद्र कुशवाहा के बयान से साफ हो गया है कि शायद आरसीपी सिंह अपने कार्यकाल का 1 साल भी पूरा नहीं कर सकेंगे.
आरसीपी सिंह का कार्यकाल हो रहा खत्म: हालांकि राज्यसभा का उम्मीदवारी से आरसीपी का पत्ता साफ होने के बाद उन्होंने अपने कार्यकाल को पीएम नरेंद्र मोदी की स्वेच्छा पर छोड़ दिया था. साथ ही ये भी कहने से नहीं चूके कि अगर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहें तो वो इस्तीफा दे देंगे. बता दें कि आरसीपी सिंह का कार्यकाल अगले महीने खत्म हो रहा है. वो कब तक मंत्री रह सकते हैं इसका फैसला लेना पीएम का काम है. प्रधानमंत्री का विशेषाधिकार (Prime Minister Privilege) है कि 6 महीने तक उन्हें मंत्री की कुर्सी पर बैठाए रख सकते हैं. इसका इशारा खुद आरसीपी सिंह ने भी कर दिया था.
"मंत्रिमंडल का मामला है तो उनका कार्यकाल जब समाप्त होगा तो उससे पहले उनको खुद ही सोचना चाहिए. हम क्या मांग करेंगे? हम क्या सुझाव दे उनको खुद विचार करने की जरूरत है."- उपेंद्र कुशवाहा, राष्ट्रीय अध्यक्ष, जदयू संसदीय बोर्ड
इस वजह से नीतीश हैं नाराज :नीतीश कुमार ने आरसीपी सिंह के मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद कहा था कि हमने सहमति नहीं दी थी. आरसीपी सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और मंत्रिमंडल में शामिल होने का फैसला उनका है. हालांकि आरसीपी सिंह ने कहा कि मंत्रिमंडल में शामिल नीतीश कुमार और ललन सिंह की सहमति से हुआ था. इसी बीच आरसीपी सिंह ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि मुझे किस बात की सजा मिली है, यह मुझे पता नहीं है. नीतीश कुमार ही बता सकते हैं. जहां तक मंत्रिमंडल में शामिल होने की बात है तो मैं मुख्यमंत्री की सहमति से मंत्रिमंडल में शामिल हुआ था.
हालांकि राज्यसभा उम्मीदवारों की जीत के बाद जब नीतीश से पत्रकारों ने पूछा था तो उन्होंने कहा था कि उन्हें रिजाइन देने की कोई जरूरत नहीं है. वो अपना कार्यकाल पूरा करेंगे. लेकिन जिस तरीके से पार्टी के अन्य सदस्य और पार्टी का एक्शन आरसीपी और उनके करीबियों पर चल रहा है वो कुछ और ही इशारा कर रहा है.