पटना: राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मांग करते हुए कहा कि केरल की तर्ज पर बिहार में भी अगर वह एनआरसी को रोकना चाहते हैं, तो एनपीआर को लागू होने से भी रोकें. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नीतीश कुमार को इसके लिए विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर प्रस्ताव पास करवाना होगा. उन्होंने कहा कि अगर उनकी मंशा ठीक है, तो निश्चित तौर पर उन्हें विधानसभा का विशेष सत्र बुलाना चाहिए और जिस तरह एनपीआर लागू किया गया है, उसे रोकना चाहिए.
कुशवाहा ने की CM नीतीश से मांग- केरल की तर्ज पर बुलाएं सत्र, बिहार में रोकें NPR-NRC - special assembly session
कुशवाहा ने कहा कि एनआरसी के विरोध पर उनके नेता लगातार बयानबाजी कर रहे हैं. अगर वह सही हैं, तो हम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अपील करते हैं कि वो केरल की तर्ज पर बिहार में भी विधानसभा का सत्र बुलाकर एनपीआर और एनआरसी को रोकें.
कुशवाहा ने कहा कि वैसे सीएए के मुद्दे पर नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार का साथ दिया है. निश्चित तौर पर ऐसा सीएम नीतीश कुमार की एनआरसी को लेकर ऐसी मंशा नहीं होगा लेकिन जिस तरह एनआरसी को लेकर वह बयानबाजी कर रहे हैं. अगर वह सच कह रहे हैं, तो बिहार में इस तरह का वह प्रस्ताव लाकर केंद्र को भेज दें. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि केंद्र सरकार खुद कह रही है कि एनआरसी की पहली सीढ़ी एनपीआर है. उसके बावजूद, जनता दल यूनाइटेड कोई विचार नहीं कर रहा है. निश्चित तौर पर उनकी मंशा ठीक नहीं है.
तो फिर एनपीआर को भी बैन करें- कुशवाहा
कुशवाहा ने कहा कि एनआरसी के विरोध पर उनके नेता लगातार बयानबाजी कर रहे हैं. अगर वह सही हैं, तो हम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अपील करते हैं कि वो केरल की तर्ज पर बिहार में भी विधानसभा का सत्र बुलाकर एनपीआर और एनआरसी को रोकें. उन्होंने साफ साफ कहा कि जिस तरह केंद्र सरकार एनपीआर को लागू कर लोगों को नागरिकता का प्रमाण देने को कह रहा है, इससे ऐसा लगता है कि केंद्र की मंशा ठीक नहीं है.
- कहीं न कहीं उपेंद्र कुशवाहा ने नागरिकता संशोधन अधिनियम के मुद्दे पर जिस तरह जदयू ने केंद्र सरकार का साथ दिया, उस पर भी तंज कसा और कहा कि उनकी मंशा कभी ठीक नहीं रहती है. ये लोग सिर्फ और सिर्फ जनता को धोखा देने का काम कर रहे हैं.