पटना : बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी ने विशेष राज्यके दर्जे के मांग को लेकर नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कल बिहार के कैबिनेट ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने का प्रस्ताव पास किया. बिहार में 70 सालों से कांग्रेस, राजद या नीतीश कुमार सरकार में रहे हैं. इस दौरान ये लोग बिहार को कभी भी विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिला पाए. अब केंद्र सरकार से यह मांग कर रहे हैं, यह बहुत बड़ी दुर्भाग्य की बात है.
'तेजस्वी अपने पिता से पूछें, क्यों नहीं मिला विशेष दर्जा': सुशील मोदी ने कहा कि जिस तरह से उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे और जो बात वह बोल रहे थे. उस बात का जवाब उन्हें अपने पिता लालू प्रसाद यादव से पूछना चाहिए. क्योंकि जब केंद्र में यूपीए की सरकार थी, लालू यादव भी साथ में थे. उस समय बिहार को विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं मिला. हम नीतीश कुमार से यही पूछना चाहेंगे कि जिस समय में वह हम लोगों के साथ थे. दिल्ली में जाकर के उन्होंने बिहार को विशेष राज्य के दर्जा देने के नाम पर अधिकार रैली की.
" बिहार से डेढ़ करोड़ लोगों का हस्ताक्षर करके नीतीश कुमार ने राष्ट्रपति को दिया था. हम लोगों ने भी साथ दिया था. उस समय कांग्रेस की सरकार केंद्र में थी और उस समय नीतीश कुमार ने क्या कुछ कहा था, सबके सामने है. उन्होंने साफ-साफ कहा था कि कांग्रेस पार्टी बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दे रही है और उसके साथ जो सहयोगी हैं, यानी नीतीश कुमार का इशारा सीधे-सीधे लालू यादव पर था, वह नहीं चाहते हैं कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिले."- सुशील मोदी, राज्यसभा सांसद, बीजेपी
'किसी राज्य को नहीं मिले विशेष दर्जा, यह कांग्रेस का फैसला' : सुशील मोदी ने कहा कि यह बात नीतीश कुमार को याद करना चाहिए. आज जो बात वह कह रहे हैं. निश्चित तौर पर वर्ष 2002 में ही कांग्रेस ने तय कर दिया था कि अब किसी भी राज्य को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया जाएगा. उसके लिए कमेटी का गठन किया गया था कि जो कमजोर राज्य हैं, उन्हें आर्थिक मदद दी जाएगी. उसी के आधार पर बिहार को भी आर्थिक मदद दी गई है. केंद्र में बैठी सरकार को बिहार के लिए जो करना है, वह लगातार किया जा रहा है.