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Nishikant Dubey को मिला गिरिराज सिंह का साथ, कहा- 'बिना तथ्यों के TMC सांसद पर नहीं लगाया आरोप.. जांच होनी चाहिए' - ETV Bharat Bihar

बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर संसद में सवाल पूछने के बदले पैसे लेने का गंभीर आरोप (Cash For Query Allegation) लगाया है. जिसके बाद एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया है. इस बीच केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने निशिकांत का समर्थन करते हुए कहा कि वह एक सम्मानित सांसद हैं. वह जब भी बोलते हैं तो तथ्यों के साथ बोलते हैं.

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Oct 16, 2023, 5:35 PM IST

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह

पटना:केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंहने अपनी पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि अगर निशिकांत ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ रिश्वतखोरी के आरोप लगाए हैं तो इसमें जरूर सच्चाई होगी, क्योंकि बिना तथ्यों के न तो वह कुछ बोलते हैं और न ही आरोप लगाते हैं. मुझे लगता है कि महुआ के खिलाफ उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए ताकि सच्चाई सामने आए.

ये भी पढ़े: लोकसभा में पैसे लेकर सवाल पूछती हैं महुआ मोइत्रा, बीजेपी एमपी निशिकांत दुबे ने टीएमसी सांसद पर लगाए गंभीर आरोप

"निशिकांत दुबे एक सम्मानित सांसद हैं, वे तथ्यों के साथ खड़े होते हैं. संसद में उनकी विश्वसनीयता है. अगर उन्होंने पत्र लिखा है तो उनकी विश्वसनीयता को नकारा नहीं जा सकता. वैसे भी वह न तो बिना तथ्य के कुछ बोलते हैं और न ही बिना तथ्य के किसी पर आरोप लगाते हैं"- गिरिराज सिंह, केंद्रीय मंत्री

निशिकांत के समर्थन में आए गिरिराज:केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि निशिकांत दुबे एक सम्मानित सांसद हैं. वे हमेशा तथ्यों के साथ किसी भी मुद्दे पर अपनी बात रखते हैं. संसद में भी उनकी विश्वसनीयता है. ऐसे में मेरा मानना है कि अगर उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा है तो उनकी विश्वसनीयता को नकारा नहीं जा सकता.

क्या है मामला?:दरअसल, झारखंड के गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर बंगाल से टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ एक जांच समिति गठित करने और उन्हें सदन से 'तत्काल निलंबित' करने की मांग की है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि संसद में सवाल पूछने के लिए उनके और व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी के बीच रिश्वत का आदान-प्रदान हुआ था, नकद और उपहारों के बदले में. इसके अलावे उन्होंने आईटी मंत्रालय को भी पत्र लिखकर महुआ मोइत्रा के खिलाफ जांच की मांग की है.

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