पटना:अग्निपथ स्कीम (Agnipath Scheme) को लेकर बिहार की राजनीति गरमा गई है. लगातार दूसरे दिन इस मुद्दे पर बिहार विधानसभा में हंगामा होता रहा. इस बीच, एनडीए के घटन दल जेडीयू और बीजेपी के बीच की कड़वाहट आज सदन के अंदर भी दिखीं. दरअसल, आज सदन की कार्यवाही के सेकेंड हॉफ में जेडीयू के विधायक नहीं पहुंचे. ऐसे में ऐसे में कई तरह के सवाल उठने लगे. इसी बीच, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान पटना पहुंचे और उन्होंने सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) से मुलाकात की.
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कई अहम मुद्दों पर हुई चर्चा: बताया जा रहा है कि धमेंद्र प्रधान बीजेपी और जदयू के बीच की खायी को पाटने की कोशिश हुई. सीएम नीतीश से धमेंद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan meeting with CM Nitish) कई मुद्दों पर चर्चा की. हालाकि जेडीयू की तरफ से इस मुलाकात पर कोई बयान नहीं आया है. केंद्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान की बिहार बीजेपी के नेताओं से भी इन सब मुद्दे पर वह विचार विमर्श कर रहे हैं. केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का बिहार दौरा निश्चित तौर पर एनडीए गठबंधन के लिए काफी अहम माना जा रहा है. केंद्र की सेना भर्ती के लिए आई अग्निपथ योजना से खटास बढ़ गई है.
'अग्निपथ' को लेकर RJD-JDU के तकरार! :दरअसल, मंगलवार को दोपहर दो बजे जेडीयू की ओर से सिर्फ सुनील कुमार और मंत्री शीला मंडल सदन पहुंचे थे. लेकिन कुछ देर में ही ये दोनों भी सदन से बाहर निकल गए. जेडीयू के सभी विधायक मुख्य सचेतक श्रवण कुमार के विधानसभा स्थित दफ्तर में बैठे हुए थे. ऐसे में कई तरह के सवाल उठने लगे हैं. ऐसे में कयासों का बाजार गर्म है. कहा जा रहा है कि क्या जदयू भी अग्निपथ योजना को लेकर विपक्ष का साथ दे रहा है? हालांकि बाद में लेसी सिंह ने इस पर सफाई दी.
"हमारा आज विधानसभा में कोई महत्वपूर्ण एजेंडा नहीं था इसलिए हमलोग थोड़ा लेट आए. हमारी रोज बैठक होती रहती है. हम बैठक कर जाने ही वाले थे कि पता चला कि कोरम पूरा नहीं हुआ और कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया. कोई नाराजगी नहीं है. सरकार को कोई खतरा नहीं है."- लेसी सिंह, खाद्य आपूर्ति मंत्री, बिहार
JDU का बॉयकॉट, बीजेपी की सफाई:बीजेपी के फायरब्रांड नेता और विधायक हरि भूषण ठाकुर बचौल (BJP MLA Hari Bhushan Thakur Bachol) ने भी इसको लेकर सफाई दी. बचौल ने कहा कि, ''कहीं कोई दिक्कत नहीं है. जेडीयू के भी सदस्य सदन के अंदर मौजूद थे. जेडीयू के मंत्री भी शामिल थे. उत्कृष्ठ विधायक पर विचार विमर्श किया गया है. सारे लोग मौजूद थे, कहीं कोई कंफ्यूजन नहीं है. सदन के अंदर चर्चा हुई है. उसको और व्यापक ढंग से चर्चा की जाएगी. बहुत अच्छा मौका था. देश और बिहार में यह पहली बार हो रहा है. उत्कृष्ठ विधायक की बात बिहार से शुरू हुई है. उसमें जेडीयू के मंत्री, विधायक सभी शामिल थे.''
सदन में अग्निपथ पर घमासान:इससे पहले, बिहार विधानसभा में मानसून सत्र के तीसरे दिन मंगलवार को भी अग्निपथ योजना को लेकर हंगामा जारी है. विपक्ष के सभी दल के विधायक एक स्वर में इस योजना का विरोध कर रहे हैं. विधानसभा परिसर में तीसरे दिन राजद, कांग्रेस और भाकपा माले के विधायकों ने युवाओं को रोजगार देने और अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग करते हुए तख्तियां लेकर जोरदार प्रदर्शन किया. विधायक इस योजना को वापस लेने की मांग की.
अग्निपथ योजना वापस लेने की मांग :सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सदन के अंदर भी विपक्षी विधायकों के तेवर नरम नहीं पड़े और लगातार नारेबाजी करने लगे. इसी क्रम में वे वेल में आ गए और अग्निपथ योजना वापस लेने की मांग करते रहे. विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने इन विधायकों को अपने स्थान जाकर संसदीय परंपरा निभाने की बात करते रहे, लेकिन हंगामा जारी रहा. बिहार के मंत्री नीरज कुमार बबलू ने कहा कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है. रक्षा मंत्रालय ने साफ तौर पर कह दिया है यह योजना वापस नहीं होगी, उसके बाद भी विपक्ष के विधायक सदन का समय बर्बाद कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना से युवाओं को लाभ होगा. इधर, विपक्ष इस मुद्दे को नहीं छोड़ना चाह रहा है. विपक्ष के विधायक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी इस मुद्दे को लेकर अपनी राय स्पष्ट करने की मांग की.
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