पटना: लोकसभा चुनाव 2024 बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती है. 2024 को फतह करने के लिए बिहार में भाजपा बेहतर परफॉर्म करना चाहती है और पार्टी ने 36 सीटों को जीतने का लक्ष्य रखा है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा को टास्क भी सौंपा गया है. एक के बाद एक दौरे करके अमित शाह ने इसका साफ संकेत दे दिया है. एक बार फिर अमित शाह 2 अप्रैल को बिहार दौरे पर आ रहे हैं.
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2 अप्रैल को बिहार आएंगे अमित शाह: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बिहार दौरा अमित शाह 2 अप्रैल को बिहार दौरे पर आएंगे. सासाराम में सम्राट अशोक की जयंती पर कार्यक्रम का आयोजन होगा तो लोकसभा प्रवास कार्यक्रम के दौरान नवादा में सभा को संबोधित करेंगे. आपको बता दें कि जबसे नीतीश कुमार ने जब से एनडीए छोड़ा है तब से अमित शाह और जेपी नड्डा लगातार बिहार दौरे पर आ रहे हैं.
महागठबंधन 2.0 में 3 बार बिहार आ चुके शाह: अमित शाह ने बिहार में एक के बाद एक कई कार्यक्रम किए हैं. पहले वीर कुंवर सिंह के जन्मोत्सव के मौके पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. उसके बाद सीमांचल से गृह मंत्री ने 'मिशन 2024' का आगाज किया. स्वामी सहजानंद सरस्वती के जन्म जयंती के मौके पर गृहमंत्री पटना पहुंचे और भावी रणनीतियों का खुलासा किया. एक बार फिर सासाराम और नवादा जिले का दौरा कर अमित शाह विरोधियों को चुनौती देने की तैयारी में हैं.
बैकफुट पर महागठबंधन को लाने की कोशिश?: अमित शाह और जेपी नड्डा बिहार में ऐसी जमीन तैयार कर रहे हैं जिससे आरजेडी और जेडीयू को एक साथ साधा जा सके. महागठबंधन के जातीय समीकरण के किले को बीजेपी अपने राष्ट्रवाद और बिहार के स्थानीय मुद्दों को आगे रखकर '24' के चक्रव्यूह को भेदना चाहती है. तो वहीं, दूसरी ओर लालू यादव के कथित पुराने घोटाले का पिटारा खोलकर भी महागठबंधन को बैकफुट पर लाने में लगी है.