पटना: बेरोजगारी के खिलाफ नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बुधवार की रात 9 बजे 9 मिनट का कैंपेन चलाया. जिसमें लोगों से रात 9 बजे 9 मिनट के लिए अपने घरों की लाइट बंद करने की अपील की गई. विपक्षी दलों ने तेजस्वी के इस कैंपेन का समर्थन किया. वहीं, ट्विटर पर हजारों लोगों और युवाओं ने इस कैंपेन का समर्थन किया और काफी देर तक ये टॉप ट्रेंडिंग में रहा. इस कैंपेन को लेकर लोगों ने अपने घरों की लाइट बुझाकर फोटो सोशल मीडिया पर शेयर की.
बता दें कि 9 बजे 9 मिनट कैंपेन उन तमाम युवाओं के लिए आयोजित किया गया था, जिन्हें पिछले कई सालों से नौकरी नहीं मिली. सैकड़ों युवा ऐसे हैं जो भर्ती परीक्षा दे चुके हैं, लेकिन दो-तीन साल से उनकी नियुक्ति नहीं हुई, वहीं किसी का रिजल्ट ही नहीं आया.
9 बजे 9 मिनट के लिए राजद ने जलाई लालटेन
बेरोजगारी को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, राबड़ी देवी और तेज प्रताप यादव शामिल हुए. 9 बजे 9 मिनट के लिए लालटेन जलाई. इस मौके पर तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर पलटवार करते हुए कहा, 'वे कहते हैं कि अब बिजली और एलईडी आ गई तो लालटेन का क्या काम है. लेकिन, उन्हें यह भी जानना चाहिए अब तो मिसाइल आ गई है, अब 'तीर' का क्या काम है.'
विपक्षी नेताओं का मिला समर्थन
यूपी से समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनकी पत्नी डिंपल यादव ने मोमबत्ती जलाकर इस कैंपेन का समर्थन किया. अखिलेश ने अपनी और पत्नी की तस्वीर ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा, 'आज आनेवाले कल के बदलाव का इतिहास लिख दिया सियासत के आसमान पर रोशनी से इंक़लाब लिख दिया. आज युवाओं ने भाजपा के शासनकाल की उल्टी गिनती की शुरूआत कर दी है. हमने नौजवानों की ख़ातिर मोमबत्तियां जलाकर हमेशा की तरह आज भी उनका साथ दिया है और देते रहेंगे.'
9 बजे 9 मिनट कैंपेन क्यों?
बता दें कि 9 बजे 9 मिनट कैंपेन उन तमाम युवाओं के लिए आयोजित किया गया था, जिन्हें पिछले कई सालों से नौकरी नहीं मिली. सैकड़ों युवा ऐसे हैं जो भर्ती परीक्षा दे चुके हैं, लेकिन दो-तीन साल से उनकी नियुक्ति नहीं हुई, वहीं किसी का रिजल्ट ही नहीं आया.