पटना: कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. इससे बचाव को लेकर शुरू में लॉकडाउन लगाया गया. इसके बाद फिर अनलॉक लगाया गया. वहीं बढ़ते संक्रमण के कारण एक फिर लॉकडाउन लगा दिया गया है. मजदूरों की हालत अनलॉक में जो थोड़ी सुधरी थी वो अब फिर से खराब हो रही है. मजदूर दिन भर सड़कों पर काम के लिए इंतजार कर रहे हैं.
कर्ज लेकर चला रहे घर
एक तरफ जहां इन्हें काम नहीं मिल रहा तो दूसरी तरफ कोरोना के कारण इनके परिवारवालों को भी काम से हटा दिया गया है. ऐसी स्थिति में वो कर्ज लेकर घर चला रहे हैं. मजदूरों की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि अब वो रूम का भाड़ा भी नहीं चुका पा रहे. काम नहीं मिलने के कारण मजदूर अब सरकार से काम के लिए गुहार लगा रहे हैं.
सड़क पर बिता रहे समय: मजदूर
दिहाड़ी मजदूरों का कहना है कि काम की तलाश में हम लोग दिन-दिन भर सड़कों पर समय बिताते हैं. दोबारा लॉकडाउन के कारण काम नहीं मिल रहा है. कुछ मजदूरों का कहना है कि कोरोना संक्रमण के कारण महीनों में दो चार दिन ही काम मिल पाता है बाकी दिन हम लोग घरों में ही बैठकर समय बिताते हैं.
नहीं मिलती मजदूरी
वहीं मजदूरों ने बताया कि यदि कोई काम देता भी है तो पूरा पैसा नहीं देता. बहरहाल कोरोना काल में दूसरे प्रदेश से आये लोगों को सरकार रोजगार देने का दावा कर रही है और उन्हें काम भी दे रही है. लेकिन जो स्थानीय मजदूर हैं वो काम की तलाश में सड़कों पर समय बिता रहे हैं. ऐसे स्थिति में सरकार को इनके उपर भी ध्यान देना होगा नहीं तो इनकी हाल और खराब हो सकती है.